दुलीप ट्राफी 2022 के फाइनल मैच के आखिरी दिन वेस्ट जोन के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने अपने टीम के साथी खिलाड़ी व ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल को मैदान से बाहर जाने को कहा। इस मैच में यशस्वी जयसवाल ने दूसरी पारी में 323 गेंदों पर 265 रन की पारी खेली थी और वेस्ट जोन ने जीत के लिए साउथ जोन को 529 रन का टारगेट दिया था। इसके जवाब में हनुमा विहारी की कप्तानी वाली साउथ जोन की टीम दूसरी पारी में 234 रन पर आलआउट हो गई और उसे 294 रन से हार मिली। वहीं इस जीत के साथ वेस्टजोन की टीम ने दुलीप ट्राफी 2022 का खिताब जीत लिया।
इस मैच के आखिरी दिन रहाणे पहले यशस्वी से बात करते नजर आए उस दौरान अंपायर भी वहां पर आए और फिर रहाणे ने उन्हें मैदान छोड़कर बाहर जाने को कहा। दरअसल हुआ ये कि जब साउथ जोन के बल्लेबाज रवि तेजा बल्लेबाजी कर रहे थे तब यशस्वी उनके आसपास लगातार घूम रहे थे और लगातार कुछ-कुछ कह रहे थे। रवि ने इसकी शिकायत की और फिर अंपायर की तरफ से यशस्वी को पहले चेतावनी दी गई। इसके बाद भी उन्होंने खुद में सुधार नहीं किया और लगातार ऐसा ही करते रहे। इसके बाद अजिंक्य रहाणे उनसे पास आए और उन्हें मैदान से बाहर जाने के लिए कहा। हालांकि यशस्वी के बाहर जाने के बाद रहाणे ने किसी अन्य खिलाड़ी को उनकी जगह फील्डिंग करने के लिए नहीं बुलाया और 10 खिलाड़ियों के साथ मैच खेला।
वेस्ट जोन की इस जीत में टीम के ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल का बड़ा योगदान रहा साथ ही दूसरी पारी में सरफराज खान ने भी टीम के लिए नाबाद शतकीय पारी खेली थी। दूसरी पारी में वेस्ट जोन की तरफ से शम्स मुलानी ने चार विकेट लिए थे जबकि जयदेव उनादकट और अतीत सेठ को दो-दो विकेट मिले। यशस्वी जयसवाल को फाइनल में खेली उनकी बेहतरीन पारी के लिए प्लेयर आफ द मैच का खिताब दिया गया जबकि जयदेव उनादकट को प्लेयर आफ द सीरीज चुना गया।