एशियाई खेलों और अगले साल होने वाले ओलंपिक की तैयारियां कर रही भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा का मानना है कि अपना दृष्टिकोण बदलने और प्रत्येक मैच के लिए व्यापक रणनीति बनाने से उनके खेल को बेहतर बनाने में मदद मिली है। भारतीय दल इस सितंबर में एशियाई खेलों के लिए हांगझोउ के लिए उड़ान भरेगा तब मनिका टेबल टेनिस में पदक के लिए देश की सबसे बड़ी उम्मीदों में से एक होंगी। मिश्रित युगल में उनके जोड़िदार जी साथियान के मुताबिक इस जोड़ी से ओलंपिक में पदक की उम्मीद की जा सकती है।
पिछले नवंबर में एशियाई कप में कांस्य पदक जीतने वाली 28 साल की मनिका ने कहा कि कोच अमन बाल्गु के साथ काम के दौरान उनके खेल में बदलाव आया है। मनिका अल्टिमेट टेबल टेनिस (यूटीटी) लीग के इतर ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘‘ कोच की भूमिका काफी अहम होती है। अमन शानदार मेंटोर और कोच है। वह मेरे साथ यात्रा करते हैं और रणनीति बनाने पर काम करते हैं।’’
यूटीटी में बेंगलुरु स्मैशर्स का प्रतिनिधित्व करने वाली इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ मैं इससे पहले योजना बनाने पर ज्यादा काम नहीं करती थी लेकिन अब हर मैच से पहले हम योजना बनाते है। मुझे लगता है कि इससे मुझे काफी मदद मिल रही है।’’ मनिका ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में निराशाजनक अभियान के बाद अमन बाल्गु की सेवाएं ली थीं। वह इन खेलों में पदक जीतने में असफल रही थी। राष्ट्रमंडल खेलों में 2018 में महिला एकल में स्वर्ण सहित चार पदक जीतने वाली मनिका ने कहा, ‘‘ मैच के दौरान वह मेरी हौसलाअफजाई करते है, मेरे हर अंक के बाद वह मुझे प्रेरित करते हैं।’’ खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘ एक कोच का समर्थन वास्तव में महत्वपूर्ण है, जो मेरी मदद कर रहा है और हम टेबल पर कुछ चीजों पर काम कर रहे हैं। हम खेल में विविधता लाने और आक्रमण करने पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि वह शारीरिक और मानसिक दोनों पहलुओं पर काम कर रही हैं, लेकिन एशियाई कप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनने से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं और निश्चित रूप से ऐसी कई चीजें हैं जिन पर हम अभी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, टेबल के अंदर और बाहर। हम शारीरिक और मानसिक पहलुओं और ‘ऑन-टेबल’ (मामलों) पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।’’ विश्व रैंकिंग में 35वें स्थान पर काबिज मनिका ने कहा कि वह एकल वर्ग में अपनी रैंकिंग में सुधार करने पर ध्यान दे रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं, लेकिन संतुष्ट नहीं हूं क्योंकि मुझे और पदक जीतने हैं, मुझे अपनी रैंकिंग में सुधार करना है। मुझे रैंकिंग में शीर्ष 20 और फिर शीर्ष 10 में शामिल होना है।’’ एशियाई खेलों के लिए भारतीय दल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास एक बेहतरीन टीम है. हमारे पास अयहिका (मुखर्जी), सुतीर्था (मुखर्जी), दीया (चितले), मैं और श्रीजा (अकुला) हैं। हमारी टीम में बहुत अच्छा मिश्रण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ टीम में युवा खिलाड़ी हैं, एशियाई खेलों में उनके साथ खेलना शानदार होगा। मैं हर टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती हूं। खिलाड़ियों को टीम का समर्थन भी मिलेगा।