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अगर ईमानदारी से पैसे कमाकर जनता के लिए मुफ़्त रसोइयां, लाइब्रेरी, स्मॉग टॉवर लगाना ग़लत है, तो मैं ये ग़लती बार बार करूंगा! pic.twitter.com/dj4srwSdZ4
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) June 4, 2022
नई दिल्ली: पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा सांसद गौतम गंभीर हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ थे. गौतम गंभीर पर अक्सर इस बात को लेकर निशाना साधा जाता था कि वह सांसद होने के बाद भी आईपीएल या कमेंट्री कर पैसा कमाते हैं, अब गौतम ने ऐसे सवाल करने वालों की बोलती बंद की है.
गौतम गंभीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह जो जन रसोई अभियान चलाते हैं, वह उनका निजी खर्चा है. उसमें वह बतौर सांसद मिलने वाले फंड का इस्तेमाल नहीं करते हैं, ऐसे में अगर इसके लिए पैसा खर्च करना है तो उन्हें काम करना ही पड़ेगा.
गौतम गंभीर ने कहा, 'एक महीने में 5000 लोगों को खाना खिलाने के 25 लाख रुपये लगते हैं. साल के 2.75 करोड़ रुपये हो गए. 25 लाख रुपये लगे हैं मुझे वो लाइब्रेरी बनाने में. ये MPLAD फंड से नहीं बने. MPLAD फंड से 5000 लोगों के लिए जन रसोई नहीं चल रही है. इन लोगों को खिलाने के लिए और लाइब्रेरी बनाने के लिए मुझे काम करना पड़ता है. मुझे कोई शर्म नहीं है ये कहने में कि हां मैं कमेंट्री करता हूं या IPL में काम करता हूं. पर उसके पीछे एक बहुत बड़ा मकसद है.'
गौतम गंभीर ने बतौर सांसद जन रसोई अभियान की शुरुआत की थी. यहां पर लोगों के लिए एक रुपये में खाना उपलब्ध करवाया जाता है, अपने लोकसभा क्षेत्र में गौतम अलग-अलग जगह ऐसी रसोई बनवा रहे हैं.
आपको बता दें कि आईपीएल 2022 में गौतम गंभीर ने लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ बतौर मेंटर काम किया था. इससे पहले वह आईपीएल और टीम इंडिया के मुकाबलों में हिन्दी और अंग्रेज़ी कमेंट्री करते हुए भी नज़र आए हैं. गौतम गंभीर ने साल 2019 में लोकसभा का चुनाव लड़ा था और वह पूर्वी दिल्ली से लोकसभा सांसद हैं.
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