वनडे क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना है. इसकी शुरुआत 1971 में हुई थी. तबसे लेकर अब तक इस फॉर्मेट में कई रिकॉर्ड बने हैं. आज तक कई गेंदबाजों ने इस फॉर्मेट में अपनी कबिलियत साबित करते हुए कई बड़े और अहम रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं. इस फॉर्मेट में सबसे पहली हैट्रिक लेना का रिकॉर्ड पाकिस्तान के एक ऐसे खिलाड़ी के नाम हैं जिसका करियर महज आठ मैचों तक ही सीमित था.
अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों की शुरुआत साल 1971 में हुई थी, लेकिन इस रिकॉर्ड को बनने में 11 साल लगे. भारत की ओर से पहली बार चेतन चौहान ने यह कारनामा किया जबकि 25 साल पहले तेज गेंदबाज कपिल देव ने ईडन गार्डन कोलकाता में श्रीलंका के खिलाफ हैट्रिक ली थी. हैट्रिक लेने वाले ज्यादातर गेंदबाजों ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धिया हासिल की हैं लेकिन पहली बार यह कारनामा करने वाले गेंदबाज की कहानी कुछ अलग है.
जलालुद्दीन ने रचा था इतिहास
पाकिस्तान के गेंदबाज जलालुद्दीन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 सितंबर को 1982 में यह कारनामा किया था. जिस मैच में उन्होंने यह खास कामयाबी हासिल की वह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद में खेला गया था. उस वक्त ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलने पाकिस्तान गई थी. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर मेजबान पाकिस्तान को पहले बैटिंग का न्यौता दिया. मेजबान टीम ने मोहसिन खान के शानदार शतक की बदौलत छह विकेट के नुकसान पर 229 रन बनाए.
ऑस्ट्रेलिया जब इस टारगेट का पीछा करने उतरी तो शुरुआत अच्छी रही. सातवें ओवर के समय गेंद जलालुद्दीन के हाथों में आई. आखिरी तीन गेंदों में तीन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाकर मैच में पाकिस्तान को मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया.
उन्होंने रॉड मार्श (1) को बोल्ड किया, इसके बाद ब्रूस यार्डली (0) को विकेटकीपर वसीम बारी के हाथों आउट करवाया. ओवर की आखिरी गेंद पर ज्यॉफ लॉसन (0) को बोल्ड कर कीर्तिमान रच दिया. जलालुद्दीन ने 32 रन देकर चार विकेट लिए और पाक ने इस मैच को 59 रनों से जीता.
केवल आठ मैचों खेल पाए जलालुद्दीन
पाकिस्तान के तेज गेंदबाज जलालुद्दीन के नाम वनडे क्रिकेट की पहली हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड दर्ज हो मगर उनका करियर खास नहीं रहा. अपने दूसरे ही वनडे में यह कमाल का रिकॉर्ड बनाने वाले जलालुद्दीन ने पाकिस्तान के लिए केवल 8 वनडे मैच ही खेले. इन 8 मैचों में उन्होंने उन्होंने 14 विकेट हासिल किए. वहीं टेस्ट में जलालुद्दीन को सिर्फ 6 मैचों में खेलने का मौका मिला जिसमें वह 11 विकेट ले पाए.