टोक्यो ओलिंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में भारत को नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) में गोल्ड मेडल दिलाया. उन्होंने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ यह कामयाबी हासिल की. लेकिन इस दौरान एक बड़ा उलटफेर भी हुआ. जर्मनी के योहानस वेट्टर (Johannes Vetter) फाइनल में पहले राउंड में ही बाहर हो गए. वे ओलिंपिक में गोल्ड मेडल के तगड़े दावेदार थे. इन खेलों से पहले उन्होंने अपनी जीत के दावे भी किए थे. साथ ही नीरज चोपड़ा के बारे में कहा था कि वह अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन उन्हें नहीं पछाड़ पाएंगे. मगर टोक्यो ओलिंपिक में इससे उलट हुआ. नीरज चोपड़ा ने पहले जैवलिन थ्रो के क्वालिफिकेशन में पहला पायदान हासिल किया. फिर फाइनल में भी सबसे लंबे थ्रो के साथ सोने का तमगा अपने नाम किया. वहीं योहानस वेट्टर पहले तीन थ्रो के बाद ही मेडल की रेस से बाहर गए.
Neeraj Chopra, who is serving the @adgpi has brought glory to the nation & scripted his name in history by winning India's first Olympic Gold in athletics. It's our honour to announce a special cash reward of Rs. 2 Cr for him. A proud moment for all Indians & our Armed Forces. 🇮🇳 pic.twitter.com/oGqgJbMKuq
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) August 7, 2021
जर्मनी के भाला फेंक खिलाड़ी योहानस वेट्टर.