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अष्मिता ने विश्व नंबर 12 की छुट्टी की, बुसानन को हराया, सिंधू-साइना और प्रणय जीते

Kajal Dubey
13 July 2022 7:01 PM GMT
अष्मिता ने विश्व नंबर 12 की छुट्टी की, बुसानन को हराया, सिंधू-साइना और प्रणय जीते
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भारत के उभरते शटलरों में शुमार मिथुन मंजूनाथ और अष्मिता चालिहा ने सिंगापुर ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट में बड़े उलटफेर करते हुए दूसरे दौर में जगह बनाई। लक्ष्य सेन की तरह प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी के मंजूनाथ ने हमवतन और विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता किदांबी श्रीकांत को तो अष्मिता ने विश्व नंबर 12 थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरुंगफान पर अप्रत्याशित जीत हासिल की। वहीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और एचएस प्रणय भी दूसरे दौर में जगह बनाने में सफल रहे।
अप्रैल में ओरलियांस मास्टर्स सुपर 100 टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने वाले मंजूनाथ ने दुनिया के 11वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत को पहले दौर के मुकाबले में एक घंटे में 21-17 15-21 21-18 से हराया। दुनिया के 77वें नंबर के खिलाड़ी मंजूनाथ अगले दौर में आयरलैंड के एनहाट एनगुएन से भिड़ेंगे।
साइना ने मालविका से लिया हार का बदला
वहीं अष्मिता ने बुसानन को सीधे गेमों में 21-16, 21-11 से पराजित किया। वह अगले दौर में चीन की हान यू से भिड़ेंगी। सिंधू को महिला एकल के पहले दौर में दुनिया की 36वें नंबर की खिलाड़ी बेल्जियम की लियाने टैन को 21-15 21-11 से हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू अगले दौर में वियतनाम की थुइ लिन एनगुएन से भिड़ेंगी।
बीते सप्ताह मलयेशिया मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले एचएस प्रणय ने थाईलैंड के सित्थीकॉम थाममासिन को सीधे गेमों में 21-13, 21-16 से पराजित कर दूसरे दौर में जगह बनाई। यही नहीं पिछले कुछ टूर्नामेंट से पहले ही दौर में हारती आ रहीं साइना नेहवाल ने हमवतन मालविका बंसोड़ को 21-18, 21-14 से हराकर अगले दौर में प्रवेश किया। उन्होंने मालविका से सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय में मिली हार का बदला भी लिया।
साल की शुरुआत में संक्रमित हुए थे मंजूनाथ
चौबीस साल के मंजूनाथ इस साल की शुरुआत में कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्हें जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट से हटना पड़ा था। उन्होंने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और ओडिशा सुपर 100 के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। वह बैडमिंटन एशिया टीम चैंपयनशिप के लिए भारतीय टीम का हिस्सा थे। यह उनकी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अब तक की सबसे बड़ी जीत है।
महिला एकल में सिंधू ने धीमी शुरुआत की। वह 1-4 से पीछे थी लेकिन 7-7 के स्कोर पर बराबरी हासिल करने में सफल रही। भारतीय खिलाड़ी ब्रेक तक 11-8 से आगे थीं। फिर उन्होंने आसानी से पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में सिंधू ने बेहतर शुरुआत करते हुए 5-1 की बढ़त बनाई। टैन ने लगातार तीन अंक के साथ बढ़त को कम किया लेकिन सिंधू को गेम और मैच जीतने में अधिक दिक्कत नहीं हुई।
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