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अंशुला राव को मिली कड़ी सजा, 4 साल के लिए लगा प्रतिबंध, पढ़ें क्या है पूरा मामला

Gulabi
28 Jun 2021 1:51 PM GMT
अंशुला राव को मिली कड़ी सजा, 4 साल के लिए लगा प्रतिबंध, पढ़ें क्या है पूरा मामला
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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की ऑलराउंडर अंशुला राव (Anshula Rao) ने इतिहास रच दिया है

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की ऑलराउंडर अंशुला राव (Anshula Rao) ने इतिहास रच दिया है, लेकिन गलत वजहों से. वो पहली भारतीय घरेलू महिला क्रिकेटर बन गई हैं जिन्हें डोप टेस्ट (Dope Test) में फेल पाए जाने पर 4 साल के लिए बैन कर दिया गया है.


आखिरी बार खेला ये टूर्नामेंट
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (National Anti-Doping Agency) ने 28 जून को अंशुला राव (Anshula Rao) कर दिया. वो बीसीसीआई (BCCI) की रजिस्टर्ड क्रिकेटर हैं और उनका एफिलिएशन मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (Madhya Pradesh Cricket Association) के साथ है. राव ने आखिरी बार अंडर-23 टी-20 टूर्नामेंट में क्रिकेट खेला था.
पहले भी डोप टेस्ट में पकड़ी गईं
ऐसा पहली बार नहीं है जब क्रिकेटर अंशुला राव (Anshula Rao) डोप टेस्ट (Dope Test) में फेल हुई हैं. इससे पहले वो प्रतिबंधित एनाबोलिक स्टीरोइड 19-नोरांड्रोस्टेरोन (19-Norandrosterone) के सेवन में लिप्त पाई गईं थीं.

बेल्जियम में भेजे गए थे सैंपल
ये घटना 14 माई 2020 में बड़ौदा में हुई थी. अंशुला राव (Anshula Rao) इस बात की सफाई नहीं दे पाईं थीं कि ड्रग उनके शरीर में कैसे आया. उस दौरान 2 सैंपल बेल्जियम (Belgium) की लैब में भेजे गए जिसमें प्रतिबंधित ड्रग के निशान नजर आए.

कोर्ट में क्या बोलीं अंशुला?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट ते मुताबिक कोर्ट में बचाव करते हुए अंशुला राव (Anshula Rao ने कहा था कि नाडा (NADA) द्वारा किए गए डोप टेस्ट और उनकी सजा में 4 महीने का गैप है. राव ने ये भी आरोप लगाए थे कि उनसे सैंपल एनालिसिस के लिए 2400 यूरो की बड़ी रकम चुकाने का दबाव डाला गया था.

'ये एथलीट की जिम्मेदारी'
एंटी डोपिंग डिसिप्लिनरी पैनल (ADDP) ने इससे पहले कहा था कि अंशुला राव (Anshula Rao) ने जानबूझकर और मकसद के तहत ड्रग लिया था, अब एडीडीपी को लगता है कि ये एथलीट की जिम्मेदारी है कि वो अपने शरीर का ख्याल रखे.

ADDP ने की NADA की आलोचना
हालांकि अंशुला राव (Anshula Rao) को आर्थिक तौर पर मदद न करने के लिए पैनल ने नाडा (NADA) की आलोचना की है क्योकि बी सैंपल एनालिसिस की कीमत काफी ज्यादा है. पैनल ने ये भी कहा. 'वो इस बात को साबित नहीं कर पाईं कि प्रतिबंधित पदार्थ उनके शरीर में कैसे आया.'

सफाई नहीं दे पाईं अंशुला
अंशुला राव (Anshula Rao) पर 4 साल का बैन लगाने के दौरान पैनल ने कहा था कि प्रतिबंधित पदार्थ बिना किसी शक के पाया गया है. इस केस में एथलीट इस बात की सफाई नहीं दे पाईं कि ये पदार्थ उनके शरीर में कैसे आया और वो जरूरी ख्याल नहीं रख पाईं, जैसा कि एक एथलीट से उम्मीद की जाती है.


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