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टोक्यो पैरालंपिक में भारत का एक और पदक पक्का, कृष्णा नागर ने ग्रेट ब्रिटेन को हराकर फाइनल में बनाई जगह

Admin2
4 Sep 2021 5:32 AM GMT
टोक्यो पैरालंपिक में भारत का एक और पदक पक्का, कृष्णा नागर ने ग्रेट ब्रिटेन को हराकर फाइनल में बनाई जगह
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बैडमिंटन के पुरुष एकल SH6 में कृष्णा नागर ने ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टन कॉम्ब्स को हराया. वे अब स्वर्ण पदक के लिए खेलेंगे.

टोक्यो पैरालंपिक की शूटिंग में भारतीय पैराशूटर्स ने कमाल कर दिया है. मनीष नरवाल ने गोल्ड पर कब्जा किया, जबकि सिंहराज ने सिल्वर जीता. P4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच-1 फाइनल में मनीष नरवाल ने 218.2 का स्कोर कर पहला स्थान हासिल किया. सिंहराज (216.7) दूसरे स्थान पर रहे. रूसी ओलंपिक समिति (RPC) के सर्गेई मालिशेव (196.8) ने कांस्य पदक अपने नाम किया. भारत के पदकों की संख्या अब 15 हो गई है.
ये दोनों पैरा शूटर्स फरीदाबाद के रहने वाले हैं. क्वालिफिकेशन में सिंहराज 536 अंकों के साथ चौथे स्थान पर थे, जबकि मनीष नरवाल (533) सातवें नंबर पर रहे थे. इसके साथ ही टोक्यो पैरालंपिक में 19 साल के मनीष नरवाल ने तीसरा गोल्ड मेडल दिलाया. इससे पहले अवनि लखेरा (Women's 10m Air Rifle SH1) और सुमित अंतिल (Men's Javelin Throw F64) ने स्वर्ण पदक दिलाया था.
इस पैरालंपिक में 39 साल के सिंहराज ने दूसरा मेडल हासिल किया. इससे पहले उन्हें 10m Air Pistol SH1 में कांस्य पदक मिला था. अवनि लखेरा के पास भी दो पदक हैं. उन्होंने गोल्ड के अलावा ब्रॉन्ज जीता है.
मौजूदा पैरालंपिक में भारत ने अब तक 15 पदक जीते हैं. भारत के खाते में अब 3 स्वर्ण, 7 रजत और 5 कांस्य पदक हैं. यह पैरालंपिक के इतिहास में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. रियो पैरालंपिक (2016) में भारत ने 2 स्वर्ण सहित 4 पदक जीते थे.
इस वर्ग में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है, जो रीढ़ में चोट या अंग कटने की वजह से होता है. कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनीष और सिंहराज को बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया- टोक्यो पैरालंपिक में गौरवपूर्ण प्रदर्शन जारी है. युवा और बेहद प्रतिभावान मनीष नरवाल की शानदार उपलब्धि. उनका स्वर्ण पदक जीतना भारतीय खेलों के लिए एक विशेष क्षण है. उन्हें बधाई. आने वाले समय के लिए शुभकामनाएं.
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