भारतीय क्रिकेट में जिस एक खिलाड़ी को लेकर अभी सबसे ज्यादा चर्चा चल रही है, वो हैं विराट कोहली. इंटरनेशनल क्रिकेट में वो कब अगला शतक लगाएंगे? यह सवाल अब पीछे छूट गया है, अब तो उनके टीम इंडिया में बने रहने पर बहस हो रही है. कई दिग्गज तो उन्हें बाहर बैठाने की वकालत तक कर चुके हैं. उनके प्रदर्शन को देखें तो यह बात सही भी लगती है, क्योंकि विराट लंबे वक्त से रनों के लिए जूझ रहे हैं. वो टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों ही फॉर्मेट में रन नहीं बना पा रहे हैं. उन्हें इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक लगाए दो साल से अधिक हो चुका है. हालांकि, इन तमाम शंकाओं के बीच भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी कोहली का बचाव किया है.
कोहली की लगातार हो रही आलोचना के बीच गांगुली ने इस बात की उम्मीद जताई है कि पूर्व भारतीय कप्तान का भले ही बुरा दौर ज्यादा लंबा खींच गया है, लेकिन वो जल्द ही पुराने रंग में लौटेंगे और पहले जैसे रन बनाएंगे. एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में गांगुली ने कहा, "आप विराट कोहली का इंटरनेशनल क्रिकेट में रिकॉर्ड देखिए. उन्होंने एक बल्लेबाज के तौर पर जो मुकाम हासिल किया है, वो बिना क्वालिटी और क्षमता के नहीं हो सकता. हां, यह बात सही है कि वो अभी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं. उन्हें भी यह बात पता है वो खुद एक बड़े खिलाड़ी हैं. मुझे पक्का यकीन है कि वो जल्द ही वापसी करेंगे.
कोहली को खुद वापसी का रास्ता तलाशना होगा: गांगुली
उन्होंने कहा, "कोहली को पता है कि उनका स्तर क्या है. मैं चाहता हूं कि कोहली वापसी करें और टीम के लिए अच्छा करें. लेकिन उन्हें खुद ही बुरे दौर से बाहर निकलकर सफल होने का रास्ता तलाशना होगा. उन्होंने 12-13 साल टीम इंडिया के लिए लगातार अच्छा किया है और उम्मीद है आगे आने वाले समय में भी ऐसा करेंगे.
जब गांगुली से पूछा गया कि कोहली की लगातार आलोचना हो रही है तो उस पर आप क्या सोचते हैं, क्योंकि एक खिलाड़ी के तौर पर भी आपने यह सब देखा है. इसके जवाब में गांगुली ने कहा, "खेल में ऐसा अक्सर होता है. यह हर खिलाड़ी के साथ हो सकता है. सिर्फ विराट ही नहीं, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और मेरे साथ भी यह हुआ है. एक खिलाड़ी के तौर पर हमेशा इसके लिए तैयार रहना चाहिए. मैं सिर्फ यही कहूंगा कि कोहली बाकी बातों से ध्यान हटाकर सिर्फ अपने खेल पर ही फोकस करें.
विराट कोहली के लिए मौजूदा इंग्लैंड दौरा भी अब तक अच्छा नहीं बाता है. एजबेस्टन में हुए रीशेड्यूल टेस्ट की दोनों पारियों में वो कुल 31 रन बना पाए. टी20 सीरीज में भी उनका बल्ला खामोश ही रहा है. वो दूसरा और तीसरा टी20 खेले. लेकिन, दोनों मैच मिलाकर 12 रन बना पाए. इसके बाद ग्रोइन इंजरी के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पहला वनडे नहीं खेल पाए और दूसरे में भी उनके खेलने की उम्मीद कम ही है.