आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और मशहूर कमेंटेटर इयान चैपल ने लगभग 45 साल माइक थामने के बाद अब क्रिकेट कमेंट्री को अलविदा कहने का फैसला किया। रिची बेनो, बिल लारी और टोनी ग्रेग के साथ मिलकर चैपल ने कमेंट्री की मशहूर टीम बनाई थी। चैपल को 2019 में त्वचा कैंसर का पता चला था और इस बीमारी से उबरने में उन्हें पांच महीने का समय लगा था।
चैपल ने कहा, 'जब कमेंट्री की बात आती है तो मैं इस बारे में सोच रहा था। कुछ साल पहले मैं बीमार हुआ था, लेकिन भाग्यशाली रहा कि उससे उबरने में सफल रहा। लेकिन अब चीजें मुश्किल होती जा रही हैं और मैंने सोचा इतनी यात्राएं और सीढि़यां चढ़ने जैसी चीजें अब मेरे लिए मुश्किल होती जा रही हैं।'
उन्होंने कहा, 'फिर मैंने पढ़ा कि रैबिट्स (रग्बी लीग कमेंटेटर रे वारेन) ने संन्यास के बारे में क्या कहा और उनकी बात मुझे समझ आ गई। उन्होंने कहा था कि आप गलती करने से केवल एक वाक्य दूर होते हैं।' चैपल अभी 78 साल के हैं। उन्होंने 1964 से 1980 के बीच शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के रूप में टेस्ट क्रिकेट में 5345 रन बनाए थे। उन्होंने 30 टेस्ट मैचों में आस्ट्रेलिया की कप्तानी भी की थी। उन्होंने 30 वनडे मैच भी खेले और क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कमेंटेटर बन गए थे।
इयान चैपल के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने आस्ट्रेलिया के लिए 75 टेस्ट मैच खेले थे। इन मैचों में उन्होंने 42.42 की औसत से 5345 रन बनाए थे। चैपल ने टेस्ट क्रिकेट में 14 शतक लगाए थे तो वहीं उनके नाम पर टेस्ट में 26 अर्धशतक दर्ज है। टेस्ट क्रिकेट में उनका बेस्ट स्कोर 196 रन का था। वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने सिर्फ 16 मैचों में कंगारू टीम का प्रतिनिधित्व किया था। इन मैचों में उन्होंने 48.07 की औसत से 673 रन बनाए थे और 8 अर्धशतक उनके नाम पर दर्ज है। वनडे क्रिकेट में उन्होंने एक भी शतक नहीं लगाया था।