खेल

14 साल पहले टीम इंडिया ने पाकिस्तान को बॉलआउट में दी थी शिकस्त, महामुकाबले में एक दिन शेष

Shiddhant Shriwas
23 Oct 2021 4:13 AM GMT
14 साल पहले टीम इंडिया ने पाकिस्तान को बॉलआउट में दी थी शिकस्त, महामुकाबले में एक दिन शेष
x
भारत-पाकिस्तान के बीच विश्व कप में मुकाबले का हर किसी को बेसब्री से इंतजार रहता है।

टी20 विश्व कप में 24 अक्तूबर को भारत और पाकिस्तान की टीमें पांच साल बाद आमने-सामने होंगी। इससे पहले 2016 विश्व कप में भिड़ंत हुई थी जिसमें भारत छह विकेट से जीता था।

चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमों के बीच हमेशा रोमांचक भिड़ंत होती है और टी20 विश्व कप में दोनों के बीच पहली भिड़ंत ही रोमांच के शिखर पर पहुंची थी तब भारत ने टाईब्रेकर के रूप में बॉल आउट में मैच 3-0 से जीता था।

2007: ग्रुप मैच में भारत की 3-0 से जीत

डरबन में हुए मुकाबले में पाकिस्तान की टीम तीन विकेट हाथ में होने के बावजूद भारत के 141 के स्कोर को पार नहीं कर सकी। टाई ब्रेकर में पहले टी20 विश्व कप में सुपर ओवर की जगह बॉल आउट का नियम था।

इसमें गेंदबाज को स्टंप को हिट करना था। भारत के लिए हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग और रॉबिन उथप्पा ने स्टंप हिट किया जबकि पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी, उमर गुल और यासिर अराफात ने स्टंप मिस किया। भारत ने बॉल आउट 3-0 से जीता।

फाइनल 2007 : पांच रन से दी शिकस्त

गौतम गंभीर (75) और रोहित शर्मा (30*) की मदद से भारत ने 5 विकेट पर 157 रन बनाए। पाकिस्तान मिस्बाह की मदद से लक्ष्य की ओर बढ़ता नजर आ रहा था। अंतिम ओवर में पाकिस्तान को छह गेंदों पर 13 रन चाहिए थे।

नौ विकेट गिर चुके थे जोगिंदर शर्मा की पहली गेंद वाइड थी, अगली गेंद पर रन नहीं बना था लेकिन फिर मिस्बाह ने छक्का जड़ा दिया था। अब चार गेंदों पर छह रन की जरूरत थी।

दर्शक सांस रोककर मैच देख रहे थे, मिस्बाह ने स्कूप शॉट लगाया और शॉर्ट फाइन लेग पर श्रीसंत ने कैच पकड़कर भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ा दी। भारतीय टीम 5 रन से जीतने में सफल रही और धोनी की कप्तानी में भारत पहली बार में ही टी20 का बादशाह बन गया।

2012 : सुपर 8 दौर : आठ विकेट से जीत

श्रीलंका में हुए टूर्नामेंट में भिड़ंत सुपर आठ दौर में हुई। यह एकतरफा मुकाबला रहा। पाकिस्तान की टीम 128 रन पर आउट हो गई थी। लक्ष्मीपति बालाजी ने तीन विकेट लिए थे। विराट कोहली की 61 गेंदों में 78 रन की पारी से भारत ने दो विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया।

सुपर 10 दौर 2014 : सात विकेट से हराया

ढाका में 2014 में हुए टी20 विश्व कप में भी भारतीय टीम का अपने चिर प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान पर दबदबा कायम रहा। पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 130 रन बनाए। भारतीय टीम ने नौ गेंदें शेष रहते तीन विकेट पर लक्ष्य हासिल कर लिया।

सुपर 10 दौर : 2016 भारत की छह विकेट से जीत

कोलकाता के ईडन गार्डन में हुए मैच में बारिश की बाधा के बाद मैच 18 ओवरों का कर दिया गया। पाकिस्तान ने 118 रन बनाए। भारतीय टीम ने 23 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे लेकिन रनमशीन कोहली ने 37 गेंदों पर नाबाद 55 रन की पारी खेलकर अकेले दम विपक्षी टीम को परास्त कर दिया।

क्या है बॉलआउट

पहले टी20 विश्व कप में टाई होने की स्थिति में फुटबॉल की तर्ज पर पेनाल्टी शूटआउट की तरह बॉलआउट का प्रावधान था। बाद में इसकी जगह सुपरओवर की अवधारणा चालू की गई। बॉलआउट में गेंदबाज को खाली स्टंप पर हिट करना होता है। पाक के साथ यही एकमात्र मुकाबला है जो भारत ने बॉलआउट में जीता।

भारत के चार नेट गेंदबाज शाहबाज कर्ण, गौतम व वेंकटेश यूएई से लौटे

भारतीय क्रिकेट टीम ने पाक के खिलाफ मैच से पहले वैकल्पिक अभ्यास सत्र में भाग लिया। इसमें मार्गदर्शक महेंद्र सिंह धोनी ने थ्रोडाउन विशेषज्ञ की भूमिका निभाई जबकि हार्दिक ने गेंदबाजी नहीं की। इस बीच भारत ने चार नेट गेंदबाजों को वापस भेज दिया है। स्पिनर कर्ण शर्मा, शाहबाज, के. गौतम और वेंकटेश अय्यर वापस लौट चुके हैं।

मेंटर को नहीं, खिलाड़ियों को खेलना है : गावस्कर

दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि मेंटर (मार्गदर्शक) एक सीमा तक ही टीम की मदद कर सकते हैं, मैदान पर तो खिलाड़ियोें को ही खेलना है। टी20 विश्व कप में पूर्व कप्तान धोनी को भारतीय टीम का मेंटर नियुक्त किया गया है।

गावस्कर ने कहा कि मेंटर सिर्फ ड्रेसिंग रूम में आपकी मदद कर सकते हैं या रणनीति बना सकते हैं। टाइम आउट के दौरान बैटर्स या गेंदबाजों से बातचीत कर सकते हैं। मेंटर के रूप में धोनी अच्छे हैं पर असल काम खिलाड़ियों का है। वे दबाव का कैसे सामना करते हैं, इससे नतीजे पर फर्क पड़ेगा। उन्होंने कहा कि टी20 की कप्तानी छोड़ने के फैसले के बाद विराट कोहली पर भी दबाव कम होगा।

Next Story