रणजी ट्राफी का पहला चरण 10 फरवरी से 15 मार्च तक खेला जाएगा, जबकि इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के बाद का चरण 30 मई से 26 जून तक होगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के सचिव जय शाह ने राज्य इकाइयों को गुरुवार को यह जानकारी दी। शाह के पत्र से स्पष्ट हो गया है कि यह सबसे छोटे प्रथम श्रेणी सत्र में से एक होगा, जिसमें अधिकांश टीमों को सिर्फ तीन मैच खेलने को मिलेंगे। इसका मतलब हुआ कि ग्रुप लीग चरण से बाहर होने वाली टीम को बढ़ी हुई मैच फीस का अधिक फायदा नहीं मिलेगा।
टूर्नामेंट में 38 टीमें हिस्सा लेंगी। चार-चार टीमों के आठ एलीट ग्रुप बनाए जाएंगे, जबकि बाकी बची छह टीमों को प्लेट डिविजन में जगह मिलेगी। टूर्नामेंट के दौरान में 64 मुकाबले खेले जाएंगे। दूसरे चरण में नाकआउट मैच होंगे। टूर्नामेंट को पिछले सीजन पहली बार रद किया गया था और इस साल कोरोना की तीसरी लहर ने बीसीसीआइ को इसे स्थगित करना पड़ा। 13 जनवरी से खेला जाना था। देश में आखिरी रेड बाल मैच मार्च 2020 में हुआ था।
इस तरह होगा रणजी ट्राफी का आयोजन
रणजी ट्राफी में 38 टीमें खेलती नजर आएंगी। सभी टीमों को नौ ग्रुपों में बांटा जाएगा। आठ एलीट ग्रुपों में चार-चार टीमें होंगी, जबकि बाकी बचीं छह टीमें प्लेट ग्रुप में खेलेंगी।
टूर्नामेंट के दौरान 62 दिन में 64 मैच होंगे। पहले चरण में 57 मैच होंगे। दूसरे चरण में सात नाकआउट मैच होंगे, जिसमें चार क्वार्टर फाइनल, दो सेमीफाइनल और फाइनल होगा।
टूर्नामेंट के मैच कुल नौ स्थानों पर होंगे। एलीट ग्रुप के मैच राजकोट, कटक, चेन्नई, अहमदाबाद, तिरुअनंतपुरम, दिल्ली, हरियाणा और गुवाहाटी में खेले जाएंगे। प्लेट लीग मैच कोलकाता में होंगे।