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बिली स्टैनलेक और रीस टॉपले ने ठुकराया सीएसके का ऑफर... जानें क्यों ?

Ritisha Jaiswal
4 April 2021 8:27 AM GMT
बिली स्टैनलेक और रीस टॉपले ने ठुकराया सीएसके का ऑफर... जानें क्यों ?
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इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के 2021 संस्करण से पहले चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने खुद को थोड़ा मुश्किल में पाया है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के 2021 संस्करण से पहले चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने खुद को थोड़ा मुश्किल में पाया है। पिछले सीजन में प्लेऑफ की रेस से बाहर होने वाली सीएसके के लिए ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने टूर्नामेंट में खेलने से इन्कार कर दिया है और वे घरेलू कारणों से आइपीएल के इस सीजन से बाहर हो गए हैं। तीन बार की चैंपियन टीम को इस खिलाड़ी के रिप्लेसमेंट के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। यहां तक कि दो तेज गेंदबाजों ने सीएसके के ऑफर को रिजेक्ट कर दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एमएस धौनी की कप्तानी वाली टीम चेन्नई सुपर किंग्स जोश हेजलवुड के प्रतिस्थापन के रूप में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज बिली स्टैनलेक और इंग्लैंड के बाएं हाथ के गेंदबाज रीस टॉपले से संपर्क किया था। हालांकि, इन दोनों ने सीएसके के ऑफर को ठुकरा दिया। इसके पीछे का कारण कुछ और नहीं, बल्कि भारत में COVID-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यहां तक कि आइपीएल से जुड़े अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। ऐसे में इन गेंदबाजों ने सीएसके का ऑफर ठुकरा दिया है

खिलाड़ियों में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के नितीश राणा, दिल्ली कैपिटल्स (DC) के अक्षर पटेल और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के देवदत्त पडिक्कल कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनके अलावा मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम के ग्राउंड स्टाफ के 10 सदस्यों को कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके अलावा टीम के मैनजर भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। विदेशी खिलाड़ी इसलिए भी अब आइपीएल खेलने के लिए नहीं आ रहे हैं, क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ की एसओपी के अनुसार उनके सात दिन क्वारंटाइन में रहना होगा।




दुनिया की सबसे लोकप्रिय लीग आइपीएल में खेलने के लिए खिलाड़ी बेकरार रहते हैं, लेकिन पहली बार ऐसा देखा गया है कि वे ऑफर ठुकरा रहे हैं। इसमें लीग या फ्रेंचाइजी या फिर बीसीसीआइ का दोष नहीं है, बल्कि कोरोना वायरस महामारी ने सभी को डरा दिया है। पिछले करीब एक महीने से कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा देखऩे को मिला है।


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