विज्ञान

अचानक कान में क्यों बजती है सीटी? जानिए

Gulabi
4 Dec 2021 1:01 PM GMT
अचानक कान में क्यों बजती है सीटी? जानिए
x
आपको भी अचानक से कान में सीटी की आवाज सुनाई देती है
क्‍या आपको भी अचानक से कान में सीटी की आवाज सुनाई देती है. किसी के ऐसा न करने के बावजूद आपको आवाज सुनाई देना ट‍िनिटस बीमारी का एक लक्षण है. यह कान से जुड़ी एक बीमारी है. ऐसा होने की कई वजह हैं. कुछ मामलों में इसका कारण ट्यूमर भी हो सकता है. इसलिए इसे हल्‍के में न लें.
कान में सीटी की आवाज आने के क्‍या कारण हैं, ये किस तरह की बीमारी का इशारा करते हैं और ऐसा होने पर क्‍या करें, जानिए इन सवालों के जवाब…
कान में सीटी बजने की वजह समझें
वैज्ञान‍िक भाषा में इसे ट‍िनि‍टस कहते हैं. ऐसा होने पर ज्‍यादातर लोगों में सीटी बजने की आवाजें आती हैं. कुछ मरीजों को अलग तरह की आवाजें भी सुनाई दे सकती हैं, जैसे- अचानक से कुछ गूंजने या चीखने की आवाज आना. आसान भाषा में समझें तो कान का अंदरूनी हिस्‍सा ध्‍व‍न‍ि की तरंगों को ब्रेन तक पहुंचाता है. इसके बाद ही आप किसी भी ध्‍व‍न‍ि को सुन पाते हैं.
ट‍िनिटस की स्थिति में कान का यही अंदरूनी हिस्‍सा डैमेज हो जाता है और ब्रेन तक ध्‍वनि तरंगों के स‍िग्‍नल नहीं पहुंच पाते. नतीजा ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं. एक्‍सपर्ट कहते हैं, कई बार कान में ट्यूमर होने पर भी सीटी बजने की आवाजें आती हैं. तेज आवाज सुनने की आदत से भी ऐसा हो सकता है. जैसे- हेडफोन लगाकर तेज म्‍यूजिक सुनने पर टिनिटस हो सकता है. इसके अलावा कुछ दवाओं के कारण भी ऐसा हो सकता है. कोरोना से जूझने वाले कई मरीजों में भी ट्रीटमेंट के बाद कान में सीटी बजने की शिकायत देखी गई है.
उम्र के साथ सुनने की क्षमता घटना, हाई ब्‍लड प्रेशर, हाई कोलेस्‍ट्रॉल और सिर-नाक में इंजरी के कारण भी ट‍िनिटस की शिकायत हो सकती है. ऐसा होने पर डॉक्‍टर्स के संपर्क करें.
कैसे पता चलेगा कि बीमारी से जूझ रहे हैं या नहीं
कान में गड़बड़ी की वजह जानने के लिए ऑडियोलॉजिस्‍ट हेडफोन की मदद से एक कान में आवाज पहुंचाते हैं और रिएक्‍शन को समझते हैं. इसकी मदद से टिनिटस का पता लगाया जाता है. इसके अलावा कान में डैमेज अध‍िक होने पर डॉक्‍टर्स एमआरआई स्‍कैन और एक्‍सरे की सलाह भी देते हैं.
कैसे होगा इसका इलाज?
मरीज में टिनिटस की स्थित‍ि के मुताबिक ही इलाज किया जाता है. मरीज के कान में मौजूद अतिर‍िक्‍त वैक्‍स को हटाया जाता है. दवाओं से इलाज किया जाता है. इसके अलावा मरीज को नॉन-सप्रेशन मशीन का इस्‍तेमाल करने की सलाह दी जाती है. इसका इस्‍तेमाल करने पर आवाजें या चीखें सुनाई देने की समस्‍या को कम किया जा सकता है. अगर आपको भी ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें. ईएनटी स्‍पेशलिस्‍ट को दिखाएं ताकि इसकी सही वजह समझी जा सके.
Next Story