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- जब पृथ्वी पर ऑक्सीजन...

महासागरों का संसार (Oceans World) धरती के जैविक वातावरण से कहीं ज्यादा जटिल और विस्तृत है. इसके अच्छा खासा हिस्सा आज भी रहस्य ही है. आज भी नए शोध इसके कई रहस्य उजागर करते जा रहे हैं. इतना ही नहीं धरती के जीवन चक्र (Life Cycle of land) से भी महासागरों का गहरा संबंध है. यहां तक कि जीवन की शुरुआत भी महासागर से ही हुई थी जो बाद में धरती पर पहुंचा था. नए अध्ययन में खुलासा हुआ है पृथ्वी के महासागरों के पानी में जीवन के पनपने में ऑक्सीजन (Oxygen in Oceans) का क्या भूमिका था और फिर वह अचानक गायब कैसे हो गया.
ऑक्सीजन का संचारण
शोधकर्ताओं ने महासागरों में जीवन का समर्थन करने वाली ऑक्सीजन के संचारण को समझने के लिए महाद्वीपीय गतिविधियों का अध्ययन किया. उन्होंने यह जानने का भी प्रयास किया कि इसका विपरीत प्रभाव कैसे हो सकता है जिससे गहरे समुद्र के अधिकांश जीव खत्म हो जाते हैं. अध्ययन से यह खुलासा भी हुआ कि ऑक्सीजन और पोषकतत्वों का संचारण अचानक खत्म भी हो सकता है.
वायुमडंलीय ऑक्सीजन से संबंध
इस पड़ताल के नतीजे नेचर जर्नल में प्रकाशित हुए हैं. इनके मुताबिक महासागरीय जानवरों के इतिहास के शुरुआती विकास और बहुत सारे महाविनाश का अधिकांशतः वायुमंडलीय ऑक्सीजन के भूगर्भीय इतिहास से भी गहरा संबध है. रिवरसाइड की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के भूगर्भीयविद और इस अध्ययन के सहलेखक एंडी रिजवेल ने एक बयान में बताया कि महाद्वीपीय विस्तापन इतना धीमा होता है कि इससे किसी बहुत बड़े बदलाव का अंदेशा ही नहीं होता है.
एक छोटे बदलाव के प्रति संवेदनशीलता
रिजवेल का कहा, ".. लेकिन जब महासागरों की बात आती है तो एक छोटा सा बदलाव भी महासागरीय जीवन में व्यापक विनाश का कारण बन सकता है" महासागरों में जीवन पनपता है तो उसी दौरान ध्रुव जमे रहे हैं. यहां जीवन तब सक्रिय होता है जब वायुमडंल से ऑक्सीजन खिंच कर महासागरों के नीचे के तलों तक चली जाती है.