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हाल ही में भारत की स्पेस एजेंसी भारतीय स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन (ISRO) ने जानकारी दी है कि वह अपने अगले मिशन यानी गगनयान (Gaganyaan) के लिए मानवरहित स्पेसक्राफ्ट की टेस्टिंग कर रहा है. स्पेस एजेंसी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर इस बारे में जानकारी साझा की और कहा कि मिशन के लिए फ्लाइट की टेस्टिंग की जा रही है.
क्या है गगनयान मिशन?
गगनयान प्रोजेक्ट ISRO की मानवीय स्पेसफ्लाइट क्षमता को प्रदर्शित करेगा. इस मिशन में ISRO तीन सदस्यों को पृथ्वी की ऑर्बिट में 400 किलोमीटर की दूरी तक 3 दिनों के लिए भेजेगा और फिर हिन्द महासागर में लैंडिंग करके उन्हें वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा. यह जानकारी खुद ISRO के द्वारा साझा की गई है. ISRO ने ‘X’ पर जानकारी साझा करते हुए कहा है कि ‘ISRO द्वारा गगनयान मिशन के लिए मानव रहित फ्लाइट की जांच की जा रही है और यह व्यवस्था क्रू एस्केप सिस्टम के प्रदर्शन को भी दिखाएगा और फिलहाल इस पर काम किया जाए’.
ISRO कर रहा है तैयारी
ISRO के भारी-भरकम लॉन्चर LVM3 रॉकेट को गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) के व्हीकल के रूप में चुना गया है और इसके तीन विभिन्न चरण हैं, सॉलिड स्टेज, लिक्विड स्टेज, और क्रायोजेनिक स्टेज. LVM3 के सभी सिस्टम्स को दोबारा से तैयार किया जा रहा है ताकि यह मानवीय जरूरतों की रेटिंग को पूरा कर सके और इसे मानवीय रेटिंग वाला LVM3 (HLVM3) बनाया जा सके. इस मिशन से संबंधित अन्य जानकारी देते हुए ISRO ने कहा है कि पहले फ्लाइट टेस्ट की तैयारियां अपने अंतिम चरणों में है. इस टेस्ट में इस्तेमाल होने वाला व्हीकल एक सिंगल-स्टेज लिक्विड रॉकेट है और इसे गगनयान मिशन के लिए ही तैयार किया गया है.
इस तरह आगे बढ़ेगा मिशन
हाल ही में ISRO ने कहा है कि वह इनफ्लाइट अबोर्ट टेस्ट की जांच करने के बारे में विचार कर रहा है. इसके साथ ही ISRO ने यह भी कहा है कि गगनयान (Gaganyaan) मिशन के लिए तैयार किए गए रॉकेट पर ही क्रू एस्केप सिस्टम की जांच की जायेगी. ISRO के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि इस महीने गगनयान मिशन के चार अबोर्ट मिशन्स में से एक टेस्ट व्हीकल की जांच की जायेगी. इसके बाद मिशन के दुसरे टेस्ट व्हीकल और फिर बिना क्रू के जांच की जायेगी.
क्रेडिट : bwhindi.
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