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क्या होती है हाइड्रोजन ऊर्जा, जिसके मिशन की घोषणा बजट में हुई है, जाने इसके बारे में पूरी जानकारी

Nilmani Pal
1 Feb 2021 4:48 PM GMT
क्या होती है हाइड्रोजन ऊर्जा, जिसके मिशन की घोषणा बजट में हुई है, जाने इसके बारे में पूरी जानकारी
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बजट 2021 (Budget 2021) में वित्तमंत्री ने हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन (Hydrogen Energy Mission) की घोषणा कर देश को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में ले जाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया. हाइड्रोजन ऊर्जा एक स्वच्छ और हरित ऊर्जा के तौर पर देश का प्रदूषण घटाएगी.

जनता से रिश्ता वेब डेस्क। साल 2021 के बजट (Budget 2021) में हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन (Hydrogen Energy Mission) की घोषणा की गई है. देश का ऊर्जा क्षेत्र (Energy Sector) का प्रबंधन आज न केवल आर्थिक दृष्टि से अहम है बल्कि जलवायु परिवर्तन (Climate change) के खतरों से निपटने के लिए कार्बन उत्सर्जन (Carbon emission) कम करने के लिहाज से भी बहुत अहम है क्योंकि आज भी ज्यादातर ऊर्जा उत्पादन तापीय उर्जा संयंत्र से होती है जो पूरी तरह से कोयले के उपयोग पर निर्भर हैं. ऐसे में हाइड्रोजन ऊर्जा एक स्वच्छ (Clean) और प्रचुर ऊर्जा के रूप में उम्मीदें जगाती है. इसीलिए वित्तमंत्री ने देश के लिए हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन की घोषणा की है. आइए जानते हैं कि हाइड्रोजन ऊर्जा है क्या और भारत की इसमें क्या स्थिति है.

क्या होती है हाइड्रोजन ऊर्जा

हाइड्रोजन एक बहुत ही किफायती ईंधन होता है. लेकिन इससे भी खास बात यह है कि यह पूरी तरह से एक स्वच्छ ऊर्जा है क्योंकि इसके उपयोग के बाद उत्पाद में केवल पानी ही निकलता है जिससे यह पूरी तरह से प्रदूषण रहित होता है. इसकी उच्च ईंधन कारगरता की वजह से इसका उपोयग अंतरिक्ष यान प्रक्षेपण के लिए रॉकेट ईंधन के रूप में होता है.

क्यों चुनौती पूर्ण है हाइड्रोजन

हाइड्रोजन के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसका उत्पादन न केवल कठिन है बल्कि इसका भंडारण भी खर्चीला और थोड़ा मुश्किल है. हाइड्रोजन बहुत ही जल्दी प्रतिक्रिया कर देती है. इसलिए यह इतनी तीव्र ज्वलनशील है कि यह विस्फोट की श्रेणी में रखी जा सकती है. फिर भी ऐसा नहीं है कि इसे नियंत्रित कर जलाया नहीं जा सकता है.

बड़ी नहीं रही ये चुनौतियां

आज हाइड्रोजन ऊर्जा को भविष्य की ऊर्जा माना जा रहा है और उसपर बहुत ही ज्यादा और तेजी से अनुसंधान हो रहे हैं. अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, जापान और जर्मनी सहित बहुत से यूरोपीय देश हाइड्रोजन के ईधन वाली कारों का उत्पादन भी करने लगे हैं.

क्या होगा हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन में

हरित ऊर्जा की दिशा में भारत की हाइड्रोजन संयंत्र लगाने की योजना है जो हरित ऊर्जा स्रोतों से चलेंगे और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता का कम करेंगे. ये संयंत्र ग्रिड स्केल स्टोरेज समाधान उपलब्ध कराएंगे और अमोनिया उत्पादन के लिए फीडस्टॉक का काम करेंगे. मिशन का उद्देशय हाइड्रोजन के ऊर्जा के तौरपर उपयोग को बढ़ावा देना है.

भारत की स्थिति

दुनिया के बड़े देशों से तुलना की जाए तो भारत अब भी जीवाश्म ईंधन और बिजली उत्पादन में कोयले पर बहुत निर्भर है. नई तकनीकी अपनाने में भी देश में वह तेजी नहीं हैं जो दुनिया के विकसित देशों में दिखाई देती है. हाल ही में घोषणा की गई थी कि अगले छह सालों में भारत अक्षय ऊर्जा की स्थापित क्षमता को ढाई गुना बढ़ाएगा. यह मिशन भारत की दुनिया में स्थिति को बेहतर कर सकता है.

हाइड्रोजन की उपयोगिता

हाइड्रोजन का उत्पादन बहुत सारे घरेलू स्रोतों जैसे की प्राकृतिक गैस, नाभिकीय ऊर्जा, बायोमास और सौर एवं पवन ऊर्जा जैसे शाश्वत ऊर्जा से हो सकता है. ये क्षमताएं हाइड्रोजन को परिवह और बिजली उत्पादन के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है. हाइड्रोजन को कार , घरों पोर्टेबल पॉवर और अन्य बहुत सी एप्लिकेशन्स में उपयोग में लाया जा सकता है.

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हाइड्रोजन को सुविधाजनक बनाने के लिए बहुत से तकनीकी समाधान निकल कर आ रहे हैं जिससे उसका भंडारण, वितरण आदि अब मुश्किल नहीं रहने वाला है. आज हाइड्रोजन के उत्पादन के तरीकों में सबसे प्रमुख प्राकृतिक गैस के शोधन और इलेक्ट्रोलिसिस के साथ सौर चलित एवं अन्य जैविक प्रक्रियाएं शामिल हैं.


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