- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- वीडियो: देखें अंतरिक्ष...
वीडियो: देखें अंतरिक्ष का अद्भुत नजारा, हर तारे की डिटेल दिख रही है साफ-साफ
जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope - JSWT) ने अपनी आंखें खोलते ही अंतरिक्ष के ऐसे नजारे दिखाने शुरू कर दिए हैं, जो पहले कभी इतनी स्पष्टता के साथ नहीं देखे गए. अंतरिक्ष की फोटो के बाद अब जेम्स वेब टेलिस्कोप ने ऐसी तस्वीर जारी की है, जो अद्भुत है. इसमें अंतरिक्ष के तारे बेहद चमकते हुए दिख रहे हैं. इनके साथ दिख रहा है भूरे-लाल-पीले रंग के बादलों का पहाड़ और घाटियां.
ये नजारा है कैरीना नेबुला (Carina Nebula) का. जहां पर एक तारे का जन्म हो रहा है. पहले भी इसकी तस्वीर मिली थी लेकिन इतनी साफ-सुथरी तस्वीर पहली बार मिली है, जिसमें हर तारे की डिटेल साफ-साफ दिख रही है. इन भूरे रंग के बादलों के उसपार भी जेम्स वेब का कैमरा देख सकता है. आमतौर पर किसी तारे के निर्माण से संबंधित हिस्सों की तस्वीरें नहीं मिल पाती लेकिन जेम्स वेब के संवेदनशील पेलोड्स बेहद बारीक वस्तुओं की भी तस्वीर ले लेता है.
NASA officials drew back the curtain to a display of luminous images captured by the James Webb Space Telescope, the largest and most powerful observatory ever launched to space https://t.co/yjT2X4svqj pic.twitter.com/pfMPrfgYFR
— Reuters (@Reuters) July 12, 2022
जेम्स वेब की इस नई तस्वीर में कॉस्मिक माउंटेंस (Cosmic Mountains) और कॉस्मिक वैलीज़ (Cosmic Valleys) दिख रहे हैं. कैरीना नेबुला के जिस इलाके में नए तारे का निर्माण हो रहा है, उसे NGC 3324 नाम दिया गया है. वैज्ञानिक इसे कॉस्मिक क्लिफ (Cosmic Cliffs) नाम दे रहे हैं. इस तस्वीर को थ्री-डायमेंशनल फॉरमैट में निकाला गया है. इसमें सबसे ऊंचा पहाड़ 7 प्रकाश वर्ष ऊंचा है. इनके अंदर दिख रही गुफाओं में इतना ज्यादा अल्ट्रवॉयलेट रेडिएशन और अंतरिक्षीय हवाएं चल रही हैं, जो किसी भी वस्तु को बर्बाद कर सकती हैं. जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप (James Webb Space Telescope - JSWT) ने जिस कैरीना नेबुला के हिस्से की तस्वीर ली है, उसमें उसके दो उपकरणों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ये है नीयर इंफ्रारेड कैमरा (NIRCam) और मिड-इंफ्रारेड इंस्ट्रूमेंट (MIRI). ये नेबुला जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप से 7600 प्रकाश वर्ष दूर है.
ये अंतरिक्षीय हवाएं बेहद गर्म हैं. इनके बीच में एक बुलबुले जैसा स्थान है, जिसमें तारे का निर्माण हो रहा है. रेडिएशन की वजह से बीच-बीच इन भूरे बादलों और पहाड़ों में चमक पैदा होती है. जो बेहद गर्म होती है. इनमें से गर्म धूल के गुबार निकलते हैं. नए तारे के निर्माण के समय उसमें से धूमकेतु के पिछले हिस्से की तरह तेज रोशनी का प्रवाह होता है, जो धूल को बीच से चीरता हुआ निकल जाता है.