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मिली बेहद दुर्लभ मिलैनिस्टिक लोमड़ी, जानें रोचक और दिलचस्प तथ्य

jantaserishta.com
6 Jan 2022 10:21 AM GMT
मिली बेहद दुर्लभ मिलैनिस्टिक लोमड़ी, जानें रोचक और दिलचस्प तथ्य
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टोरंटो: जंगली जीवों में सबसे खूबसूरत और चालाक होती हैं लोमड़ी. लेकिन हाल ही में कनाडा में एक दुर्लभ लोमड़ी देखने को मिली. जिसका रंग काला और भूरा था. ऐसा एक खास वजह से है. जीव विज्ञानियों के अनुसार जिस तरह त्वचा के रंगों के पिगमेंट कम होने पर अल्बेनिज्म यानी ज्यादा हल्के रंग के या सफेद रंग के जीव पैदा होते हैं. उसी तरह त्वचा पर ज्यादा गहरे रंग का पिगमेंटेशन हो तो उसे मिलैनिज्म (Melanism) कहते हैं. इसलिए इस लोमड़ी को मिलैनिस्टिक लोमड़ी बुलाया जा रहा है.

मिलैनिस्टिक लोमड़ी (Melanistic Fox) को आमतौर पर क्रॉस फॉक्स (Cross Fox) बुलाई जाती हैं. जब भी किसी जीव के शरीर की त्वचा में काले रंग की मात्रा ज्यादा होती है तब वो इस तरह से दिखते हैं. इनकी त्वचा के साथ-साथ उनका फर भी काले रंग का होता है. लेकिन इस लोमड़ी के साथ थोड़ा अलग मामला है. यह काले रंग के साथ ही भूरे रंग की भी है. इसलिए यह और खूबसूरत लग रही है.
क्रॉस फॉक्स (Cross Fox) आजकल आसानी से नहीं दिखती. ये प्राचीन समय में एकदम अलग दिखती थीं. जंगली जीवों के एक्सपर्ट कहते हैं कि एक समय में ये खूबसूरत लोमड़ियां उत्तरी अमेरिका में काफी ज्यादा मात्रा में पाई जाती थीं. लेकिन 20वीं सदी की शुरुआत में इनके फर की इतनी ज्यादा मांग हुई कि शिकार की वजह से इनकी संख्या कम होती चली गई. ये लगभग विलुप्त हो चुकी हैं.
क्रॉस फॉक्स (Cross Fox) कई मायनों में लाल लोमड़ियों से समानताएं रखती हैं. लेकिन इनकी पूंछ ज्यादा लंबी होती है और इनके फर का रंग अलग होता है. इनका नाम भी इसी वजह से पड़ा है कि इनका शरीर के पिछले हिस्से पर एक गहरे रंग की पट्टी होती है. जिसे दूसरी पट्टी क्रॉस करती है. यह क्रॉस आमतौर पर उनके कंधे के आसपास बनता है.
इन लोमड़ियों की तस्वीरें लेने वाले वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर सैम गैबी ने कहा कि मैंने जब पहली बार इन लोमड़ियों को देखा तो मेरा मकसद था कि मैं इन्हें एकदम परेशान न करूं. ये बात है कनाडा के न्यूफाउंडलैंड की. साथ ही सैम यह भी प्रयास कर रहे थे कि उनकी तस्वीरें लेते समय उन्हें और लोमड़ियों को आपस में एकदूसरे से खतरा महसूस न हो.
सैम ने देखा कि लोमड़ियों को उनकी मौजूदगी से ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है. इससे पहले की वो पहली तस्वीर लेते लोमड़ियां भाग गईं. इसके बाद सैम फिर से उनके पीछे-पीछे गए. फिर वो कुछ तस्वीरें लेने में सफल हो पाए. आपको बता दें कि ये लोमड़ियां आमतौर पर अपना जीवन एक ही साथी के साथ बिताती हैं. इनके प्रजनन का समय दिसंबर से अप्रैल का होता है. लेकिन साथी से संबंध बनाने के लिए यह जनवरी से फरवरी महीने का उपयोग करते हैं.
ये लोमड़ियां मौकापरस्त होती है. खासतौर से खाने में. ये किसी भी तरह का खाना खा लेती हैं. हालांकि मांसाहार इन्हें ज्यादा पसंद होता है. अगर मांस खाने को नहीं मिलता तो ये पौधे-फल आदि की तरफ जाती हैं. ये खासतौर से चूहों या उसके बराबर के जीवों का शिकार करती है. ये गड्ढे में छिपे हुए खरगोश को भी निकाल कर खा लेती हैं.
ताकतवर मिलैनिस्टिक लोमड़ी अपनी मौजूदगी के लिए एक खास तरह का गंध छोड़ती है. जिससे समूह की सभी लोमड़ियां अपने अल्फा को पहचान लेती हैं. दुश्मन समूह की लोमड़ी आने से पहले गंध की तीव्रता के आधार पर यह पता कर लेती है कि सामने वाली लोमड़ी कितनी ताकतवर है. फिर फैसला लेती है कि संघर्ष करना है या नहीं.

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