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किडनी पर गंभीर असर डाल सकती है टाइप-2 डायबिटीज, ऐसे लक्षणों को न करें अनदेखा
मधुमेह एक गंभीर बीमारी है, जिससे विश्व स्तर पर करोड़ों लोग ग्रसित हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि दुनियाभर में अनुमानित 462 मिलियन (46.2 करोड़) से अधिक लोग इस गंभीर स्वास्थ्य समस्या के साथ जी रहे हैं। भारत के संदर्भ में बात करें तो यहां स्थिति और भी गंभीर देखने को मिल रही है, साल दर साल भारत में डायबिटीज रोगियों के मामलों में उछाल देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक जीवनशैली में गड़बड़ी और स्वस्थ खान-पान के अभाव के कारण लोगों में इस गंभीर रोग का खतरा बढ़ता जा रहा है। एक दशक पहले जहां डायबिटीज को उम्र के साथ होने वाली बीमारी माना जाता था वहीं अब बहुत कम आयु के लोगों में भी इस समस्या का निदान किया जा रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक डायबिटीज मुख्यरूप से दो प्रकार की होती है- टाइप-1 और टाइप-2। इसमें टाइप-2 डायबिटीज को ज्यादा गंभीर माना जाता है। इसके अलावा यह पुरुषों और महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित करती है। अगर समय रहते इसके संकेतों को पहचान लिया जाए तो डायबिटीज के खतरे को बढ़ने और गंभीर रूप लेने से रोका जा सकता है। आइए आगे की स्लाइडों में इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
डायबिटीज की समस्या
डायबिटीज मुख्यरूप से ब्लड शुगर के अनियंत्रित स्तर और इंसुलिन प्रतिरोध के कारण होने वाली बीमारी है। अग्न्याशय में शुरू होने वाली यह समस्या धीरे-धीरे शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करना शुरू कर देती है। यही कारण है कि इस रोग को 'साइलेंट किलर' के रूप में भी जाना जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर शरीर स्वयं संकेत देना शुरू कर देता है, इसे समय पर पहचान करके डायबिटीज को बढ़ने से रोका जा सकता है।
त्वचा संबंधी संकेत
डायबिटीज वाले रोगियों में घावों के धीमे भरने, बार-बार कटने और चोट को ठीक होने में अधिक समय लगता है। त्वचा के सूखे, खुजलीदार पैच मधुमेह का एक सामान्य चेतावनी संकेत होते हैं जिसे लोग अनदेखा कर देते हैं। इसे 'एंथोसिस नाइग्रिकन्स' के रूप में जाना जाता है। ऐसी स्थिति तब होती है जब शरीर में थायरॉयड का स्तर बाधित हो जाता हो। इसमें गर्दन, बगल या कमर पर काले रंग की सिलवटों दिखाई देने लगती हैं।
दृष्टि से संबंधित लक्षण
डायबिटीज के कारण लोगों को कम दिखाई देने की समस्या हो सकती है, हालांकि यह मधुमेह के दीर्घकालिक दुष्प्रभावों से जुड़ी होती हैं। टाइप -2 डायबिटीज में रोगियों को धुंधलापन या चीजों को स्पष्ट रूप से न देख पाने की समस्या हो सकती है। ब्लड शुगर के स्तर के बढ़ने के साथ आंखों की जटिलताएं और भी गंभीर रूप ले सकती हैं। गंभीर स्थिति में अंधेपन की भी समस्या हो सकती है।
बार-बार पेशाब जाने की समस्या
बार-बार पेशाब आना संकेत हो सकता है कि आपके ब्लड शुगर का स्तर बढ़ रहा है। अक्सर पेशाब का अनुभव तब होता है जब किडनी को ब्लड शुगर के स्तर को विनियमित करने में कठिनाई होती है। ध्यान देने योग्य एक विशेष संकेत यह भी है यदि आप रात में अधिक बार पेशाब करने की इच्छा महसूस करते हैं, तो इसे मधुमेह का संकेत माना जा सकता है।