- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- दिखने में हूबहू चॉकलेट...
x
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Cacao free Chocolate में भले ही केकाओ (Cacao) का इस्तेमाल नहीं किया गया है, लेकिन इसके लुक और स्वाद से कोई समझौता नहीं हुआ है. WNWN FoodLabs की ओर से बनाए इस प्रोडक्ट में चूंकि केकाओ (Cacao) का इस्तेमाल नहीं हुआ है, इसलिए उन्होंने इसके नाम को भी चॉकलेट नहीं चॉक रखा है.
विनविन नाम की इस कंपनी ने 18 मई को अपनी वेबसाइट पर चॉक को लॉन्च किया. अहरम पाक और ( Ahrum Pak) और डॉक्टर जॉनी ड्रेन (Dr. Johnny Drain) ने मिलकर ये स्टार्टअप शुरू किया है और पारंपरिक चॉकलेट की जगह बिना केकाओ (Cacao) के इस प्रोडक्ट को तैयार किया है. उनका कहना है कि वे इसके जरिये केकाओ (Cacao) प्रोडक्शन में होने वाली बाल मजदूरी कम करना चाहते हैं.
अहरम और जॉनी बताते हैं कि दुनिया में 75 फीसदी केकाओ (Cacao) घाना और आइवरी से आता है और यहां 10 लाख बच्चे इस इंडस्ट्री में काम करते हैं. इसके अलावा केकाओ (Cacao) प्रोडक्शन की वजह से इन दिनों की ज़मीनें बंजर हो रही हैं. Mighty Earth नाम के एनजीओ के मुताबिक दोनों ही देशों की बंजर ज़मीनों के अलावा वे गरीबी की मार भी झेल रहे हैं. ऐसे में केकाओ (Cacao) प्रोडक्शन पर निर्भर रहना गलत है.
उन्होंने जो नई चॉकलेट बनाई है, इसमें एक ग्राम केकाओ (Cacao) का भी इस्तेमाल नहीं हुआ है. इसके बजाय चॉक को बनाने में बार्ले और कैरोब पेड़ के फलों का इस्तेमाल किया गया है. इसका इस्तेमाल पहले से फूड इंडस्ट्री में होता रहा है, इसलिए इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं है.
इसे बनाने के प्रॉसेस में द स्पून मीडिया के मुताबिक पहले फलों को फर्मेंनेंशन का प्रोसेस अपनाया जाता है और इसे भूरे रंग के पेस्ट में बदल दिया जाता है. फिर इसे सीरियल ग्रेन के साथ मिलाकर मीठी सी डिश तैयार की जाती है. फिर इस बैटर को सामान्य चॉकलेट की तरह मोल्ड में डालकर जमा दिया जाता है.
अच्छा, चॉकलेट का विकल्प तो तैयार कर दिया गया है, लेकिन सवाल वही है कि क्या इसकी एक बाइट में वही स्वाद और खुशी मिलेगी, जो चॉकलेट में मिलती थी ? हाालांकि मेकर्स का दावा है कि इसमें चॉकलेट जितनी ही खूबियां और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद हैं.
Next Story