विज्ञान

मॉस्‍को-लंदन फ्लाइट से भी कम समय में स्‍पेस स्‍टेशन पहुंचेगा ये स्‍पेसक्राफ्ट

Neha Dani
13 Oct 2020 4:50 AM GMT
मॉस्‍को-लंदन फ्लाइट से भी कम समय में स्‍पेस स्‍टेशन पहुंचेगा ये स्‍पेसक्राफ्ट
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रूस अंतरिक्ष में ऐसे कारनामे के लिए तैयार है,

रूस अंतरिक्ष में ऐसे कारनामे के लिए तैयार है, जो पहले कभी नहीं हुआ. दरअसल, रूसी अंतरिक्ष यान सोयूज एमएस-17 (Russian spacecraft Soyuz MS-17) महज तीन घंटे में (Quickest-ever Crew Trip) अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) पहुंचेगा. ये समय इतना कम है कि रूस की राजधानी मास्को से ब्रिटेन की राजधानी लंदन पहुंचने में भी इससे ज्यादा समय लगता है. इस उड़ान में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में मौजूद अंतरिक्ष यात्री के लिए सामान भी भेजा जाएगा.

अलग तकनीकी का प्रयोग

रूसी अंतरिक्ष यान सोयूज एमएस-17 पहली बार इंसानों को इस गति के साथ अंतरिक्ष में ले जाएगा. इसके लिए अल्ट्रा फास्ट टू ऑर्बिट फ्लाइट प्लान (Ultra-fast Two-orbit Flight Plan) का इस्तेमाल किया जाएगा.

बायकोनूर से उड़ान भरेगा सोयूज

रूसी अंतरिक्ष यान सोयूज 14 अक्टूबर को सुबह 8.45 बजे बायकोनूर लांचिंग सेंटर से उड़ान भरेगा. और तीन घंटे में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से जुड़ जाएगा. अगले साल 9 अप्रैल को ये वापस आएगा. बायकोनूर मौजूदा समय में कजाखस्तान में है. ये वही जगह है, जहां से यूरी गागरिन ने पहले सफल अंतरिक्ष यात्री के तौर पर उड़ान भरी थी.

अंतरिक्ष यात्री दो बार करेंगे चहलकदमी

इस मिशन का नेतृत्व क्रू कमांडर सर्गेई रिझिकोव (Sergei Ryzhikov) करेंगे. उनकी अगुवाई में पूरा दल दो बार बाहर निकलेंगे. पहली बार सिस्टम मेन्टिनेंस और भविष्य में होने वाली स्पेस वॉक (Future Spacewalks) के लिए एयर लॉक लगाने के लिए. तो दूसरी बार मल्टीफंक्शनल लैब 'नौका' (Multifunctional Laboratory Module Nauka) के लिए.

उंचाई कम करेगा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन

रूसी अंतरिक्ष विभाग ने कहा है कि सोयूज से जुड़ने के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन अपनी उंचाई 1.7 किमी कम करेगा. इस यान में तीन यात्री सवार रहेंगे. हालांकि इससे पहले 2018 में 3.4 घंटे में एक मानवरहित अंतरिक्ष यान आईएसएस पहुंचा था.

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