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इस वैज्ञानिक ने कही बड़ी बात, देश में जल्‍द ही एंडेमिक घोषित हो सकता है कोरोना?

Gulabi
15 Feb 2022 12:37 PM GMT
इस वैज्ञानिक ने कही बड़ी बात, देश में जल्‍द ही एंडेमिक घोषित हो सकता है कोरोना?
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इस वैज्ञानिक ने कही बड़ी बात
भारत में कोरोना के नए मामले लगातार कम सामने आ रहे हैं. वहीं, मौत के आंकडों में भी गिरावट देखी जा रही है. संक्रमण दर भी निम्न स्तर पर बना हुआ है. ऐसे में जाने माने वायरोलॉजिस्ट टी जैकब जॉन ने कहा है कि भारत में कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या के 4 सप्ताह तक कम और स्थिर बने रहने पर ही ऐसा माना जा सकता है कि कोरोना वायरस संक्रमण 'एंडेमिक' (स्थानीय स्तर पर फैलने वाली बीमारी) के चरण में प्रवेश कर रहा है
मामलों की संख्या को देखा जाता है ग्राफ पर
जॉन ने कहा कि जब किसी समुदाय में मामलों की संख्या को एक ग्राफ पर दिखाया जाता है, तो मामलों की संख्या बढ़ने, चरम पर पहुंचने और उनके कम होने की प्रणाली को महामारी (एपिडेमिक) कहा जाता है और मामलों की संख्या की क्षैतिज स्थिर अवस्था एंडेमिक कहलाती है. जब महामारी की यह प्रणाली फिर से बनती है, तो उसे लहर कहा जाता है.
अभी एंडेमिक स्थिति नहीं कर सकते घोषित
उन्होंने कहा कि इसलिए जब तक मामलों की संख्या 4 सप्ताह तक मामूली उतार-चढ़ाव के साथ कम और स्थिर नहीं बनी रहती, तब तक हम उसे एंडेमिक घोषित नहीं कर सकते. जॉन ने कहा कि ओमिक्रॉन लहर तेजी से हल्की पड़ रही है और कुछ दिन में हम सबसे कम मामले दर्ज कर सकते हैं, लेकिन एंडेमिक चरण को लेकर सुनिश्चित होने से पहले हमको 4 सप्ताह तक इंतजार करना होगा. जॉन ने कहा कि बहरहाल जैसे ओमिक्रॉन ने हमें हैरान कर दिया, उसी तरह एक और अजीब स्वरूप हमें फिर से चकित कर सकता है.
अधिक खतरनाक वेरिएंट के आने की आशंका कम
वहीं, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के सेंटर ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी के पूर्व निदेशक ने कहा कि इसकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती, बल्कि केवल अनुमान लगाया जा सकता है. उन्होंने अनुमान जताया कि एंडेमिक चरण कई महीनों तक बना रहेगा और इस बात की आशंका बहुत कम है कि ओमिक्रॉन से अधिक संक्रामक और डेल्टा से अधिक खतरनाक कोई और स्वरूप सामने आएगा.
वायरस के साथ खुद को ढालना होगा
महामारी विशेषज्ञ और दिल्ली स्थित फाउंडेशन फॉर पीपल-सेंट्रिक हेल्थ सिस्टम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. चंद्रकांत लहरिया ने कहा कि कोविड-19 भारत में एंडेमिक चरण में प्रवेश कर रहा है या नहीं, इसकी आम जनता के दृष्टिकोण से प्रासंगिकता सीमित है. लहरिया ने कहा कि लोगों को जोखिम के स्तर के आधार पर वायरस के साथ ही रहने के नए तरीकों के अनुसार खुद को ढालना होगा. कोविड-19 के कारण कुछ भी रुकना नहीं चाहिए.
देश में 30 हजार से कम आए संक्रमण के नए मामले
बता दें कि भारत में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 27,409 नए मामले सामने आए थे. वहीं, अब तक संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,26,92,943 हो गई है. देश में करीब 44 दिन के बाद संक्रमण के दैनिक मामले 30 हजार से कम दर्ज किए गए हैं. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 4,23,127 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस महामारी से 347 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,09,358 हो गई है. कोविड-19 के दैनिक मामले लगातार 9वें दिन 1 लाख से कम हैं.
(इनपुट-भाषा)
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