विज्ञान

बच्चों को जन्म देने के बाद आत्महत्या कर लेती है ये मां, बेहद दर्दनाक मौत

Rani Sahu
17 May 2022 2:42 PM GMT
बच्चों को जन्म देने के बाद आत्महत्या कर लेती है ये मां, बेहद दर्दनाक मौत
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समुद्र में कई रहस्यमयी और अजीबोगरीब जीव पाए जाते हैं। कई इतने अजीबोगरीब जीव होते हैं

Mysterious Creature: समुद्र में कई रहस्यमयी और अजीबोगरीब जीव पाए जाते हैं। कई इतने अजीबोगरीब जीव होते हैं जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे। इन्हीं जीवों में समुद्र में मिलने वाले ऑक्टोपस भी शामिल हैं। ऑक्टोपस ऐसे जीव हैं जो अपने बच्चों को जन्म देने के बाद आत्महत्या कर लेते हैं। यह कहा जा सकता है कि ऑक्टोपस के माता-पिता सिर्फ बच्चों को पैदा करने तक जिंदा रहते हैं। मादा ऑक्टोपस की बेहद दर्दनाक मौत होती है।

अंडा देने के बाद मादा ऑक्टोपस खाना-पीना छोड़ देती है और खुद को चोट पहुंचाती है। सबसे दर्दनाक यह है कि वह शरीर से खाल को नोच नोचकर अलग करती है। अपने ऊपरी भाग को काट देती है। वैज्ञानिकों का ऑक्टोपस के छोटे और बेहद जीवन ने अपनी तरफ ध्यान खींचा है। साल 1944 में शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया था कि संबंध बनाने के बाद ऐसा होता है। हाल ही में शोधकर्ताओं को पता चला है कि संबंध बनाने की वजह से मादा ऑक्टोपस के हार्मोन्स में, कोलेस्ट्रॉल आधारित कई बदलाव होते हैं। यह अहम परिवर्तन बायोकैमिकल पाथवेज में आता है।
शिकागो यूनिवर्सिटी में शोधकर्ता मॉलीक्यूलर बायोलॉजिस्ट जेड यान वांग ने बताया कि हमें पता है कि आहार के तौर पर और शरीर में सिग्नलिंग सिस्टम के लिए कोलेस्ट्रॉल बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से कोशिका की झिल्ली में लचीनापान आने से लेकर तनाव हार्मोन तक बनता है। हालांकि इनके जीवन चक्र में भी इसकी भूमिका अहम होती है।
इंसानों में भी अगर कोलेस्ट्रॉल उच्च स्तर पर पहुंच जाता है, तो वब टॉक्सिक होने लगता है। आनुवंशिक विकार की वजह से कोलेस्ट्रॉल मेटाबॉलिज्म बढ़ते हैं। इसकी वजह से व्यवहार संबंधी परेशानियां आती हैं जिनमें अपने आप को चोट पहुंचाना और खाना पीना छोड़ देना शामिल है। ज्यादा गंभीर होने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।
वैज्ञानिकों ने कई सालों तक समझने के बाद यह बताया है कि ऑक्टोपस और स्क्विड में पाए जाने वाले एक अंग की वजह से ऐसा होता है। शोधकर्ताओं ने साल 1977 में पाया कि ऑक्टोपस की पहले से तय से मौत ऑप्टिक ग्रंथि की वजह से होती है। इंसानों में पिट्यूटरी ऑर्गन की ही तरह ऑप्टिक ग्लैंड काम करती है। ऑक्टोपस की आंखों के बीच में यह पाई जाती है और इसका संबंध सेफलोपोड्स में यौन विकास और उम्र बढ़ने से है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगर ऑप्टिक ग्लैंड को ऑक्टोपस में से निकाल दिया जाए, तो अंडे देने के बाद भी कई महीनों तक जिंदा रह सकती है। उन्होंने साल 2018 में इसको लेकर दो मादा ऑक्टोपस में से ऑप्टिक ग्लैंड के आरएनए को सीक्वेंस कर दिया था। एक मरने वाली ऑक्टोपस में कई जीनों में गतिविधियों के उच्च स्तर पाए गए थे। यह यौन संबंध बनाने वाले समेत कई हार्मोन को कंट्रोल करते हैं।


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