विज्ञान

ऊर्जा क्षेत्र के लिए बहुत खास यह बजट, सौर उर्जा के इनउत्पादों पर ये फायदा

Kajal Dubey
1 Feb 2021 1:42 PM GMT
ऊर्जा क्षेत्र के लिए बहुत खास यह बजट, सौर उर्जा के इनउत्पादों पर ये फायदा
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क | साल 2021 का बजट (Budget 2021) संसद में पेश हो चुका है. इस बार बजट में आम लोगों को बहुत ज्यादा खुश करने वाली कोई घोषणा या बदलाव नहीं हुआ, लेकिन जिस तरह की घोषणाएं हुई हैं, उससे ऊर्जा क्षेत्र (Energy Sector) के लिए यह बजट बहुत खास लग रहा है. बजट में ऊर्जा क्षेत्र (Power sector) का खास ख्याल रखा गया है. अक्षय और हरित ऊर्जा पर जोर देते हुए इस बजट में सौर ऊर्जा (Solar Energy) और हाइड्रोजन उर्जा (Hydrogen Energy) को तवज्जो दी. इतना ही नहीं परम्परागत ऊर्जा (Conventional Energy) को भी नजरअंदाज नहीं किया.

गैर परंपरागत ऊर्जा पर जोर
ऊर्जा क्षेत्र में गैरपंपरागत ऊर्जा क्षेत्र के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वे सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) को एक हजार करोड़ रूपये और इंडियन रीन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेसी (IREDA) को 1,500 करोड़ रूपये देने का प्रावधान कर रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने इस साल हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन शुरू करने का भी ऐलान किया.
सौर उर्जा के इनउत्पादों पर ड्यूटी से ये फायदा

सौर ऊर्जा क्षेत्र पर जोर देते हुए वित्तमंत्री ने सौर इनर्टर और सौर लालटेन पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाते हुए कहा कि सौर उत्पादनकर्ताओं को बढ़ावा देने के लिए वे सोलर इवर्टर पर 5 से 20 प्रतिशत और सोलर लालटेन पर 5 से 15 प्रतिशत ड्यूटी बढ़ा रही हैं. उन्होंने कहा कि इससे रूफटॉप, और जमीन पर लगे प्रोजेक्टस और डिस्ट्रीब्यूटेट रीन्यूएबल ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा.
ऊर्जा वितरण को लेकर यह मुद्दा
इतना ही नहीं ऊर्जा वितरण कंपनीयों (Discoms) को भी वित्तमंत्री ने नजरअंदाज नहीं किया और उनके लिए 3.5 लाख करोड़ पैकेज की घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ऊर्जा वितरण कपंनियीं एकछत्र प्रभाव रखती हैं इसलिए ग्राहक के पास किसी तरह का विकल्प नहीं हैं. इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे ग्राहकों को एक से अधिक डिसकॉम का विकल्प मिले.
उर्जा क्षेत्र के विनिवेश के लक्ष्य तय किए
बजट में नेशनल प्रोग्राम ऑन स्मार्ट मीटरिंग के तेजी से विस्तार पर भी ध्यान दिया गया. इसके साथ ही कृषि को बिजली देने को अलग करने जैसे प्रावधानों पर ध्यान देने की बात कही गई. ऊर्जा क्षेत्र में विनिवेश के नए लक्ष्य भी तय किए गए. इसमें बीपीसीएल को 2021-22 में पूरा करने की बात की.
इन उपलब्धियों की बात
ऊर्जा क्षेत्र के बारे में बात करते हुए वित्तमंत्री ने कहा, "पिछले छह सालों में हमने ऊर्जा क्षेत्र में बहुत से सुधार और उपलब्धियां देखी हैं. हमने 139 गीगावाट की स्थापित क्षमता जोड़ी है और 2.8 करोड़ घरों को जोड़ा है. इसके साथ ही 1.41 लाख सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन जोड़ी हैं.
कोविड-19 की वजह से ऊर्जा क्षेत्र को बहुत झटका लगा था. आत्मनिर्भर अभियान का पांच में एक स्तंभ आधोसंरचना है और ऊर्जा क्षेत्र उसका अहम हिस्सा है. इस क्षेत्र में सरकार ने ऊर्जा वितरण क्षेत्र की समस्याओं को खत्म करने के लिए बहुत प्रतीक्षित उपाय अपनाए हैं जिनकी मांग भी की जा रही थी. इसके अलावा अक्षय और हरित ऊर्जा को भी ऊर्जा के संचार की जरूरत थी. हाइड्रोजन ऊर्जा मिशन इसी दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है


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