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लिवर को स्वस्थ रखने में इन योगासनों से मिलेगा लाभ, विशेषज्ञों का दावा
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। लिवर हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। लिवर को शरीर का पावरहाउस कहा जाता है। प्रोटीन, कोलेस्ट्रॉल और पित्त के उत्पादन से लेकर विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट के भंडारण तक, यह अंग शरीर के लिए कई अति महत्वपूर्ण कार्यों को करता है। डॉक्टरों के मुताबिक पेट और आंतों से निकलने वाला सारा खून लिवर से होकर गुजरता है। लिवर इस रक्त को संसाधित करने, उनमें पोषक तत्वों को शामिल करने का कार्य करता है। इसके अलावा लिवर से कई प्रकार के हार्मोन का भी स्राव होता है जिन्हें स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। यही कारण है लिवर के स्वास्थ्य में होने वाली किसी भी तरह की समस्या का असर पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक खान-पान को ठीक रखने के साथ कुछ योगसनों का अभ्यास करके शरीर के इस सबसे महत्वपूर्ण अंग को स्वस्थ रखा जा सकता है। आइए आगे की स्लाइडों में ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में जानते हैं।
शलभासन योग
योग विशेषज्ञों के मुताबिक लिवर में होने वाली तमाम तरह की समस्याओं से सुरक्षित रहने के लिए शलभासन योग को काफी फायदेमंद माना जाता है। यह योगासन पेट की समस्याओं को भी दूर करता है। इस योग को करने के लिए सबसे पहले चटाई पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को सीधा रखें और हाथों को कमर के पास रखें। अब गहरी सांस लेते हुए अपने दाएं पैर को ऊपर की ओर उठाएं। इस दौरान घुटनों को मोड़े नहीं, अब दाएं पैर को नीचे रखें। इसी प्रक्रिया को अपने बांये पैर के साथ दोहराएं। इस प्रकिया को करते समय हाथों को स्थिर रखें। अब सांस लेते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं। इस आसन का अभ्यास रोजाना चार-दस मिनट तक कर सकते हैं।
चाइल्ड पोज (बालासन योग)
लिवर के स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखने के साथ तमाम तरह के हार्मोन के स्राव को नियंत्रित रखने में चाइल्ड पोज योगासन के लाभ के बारे में पता चलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक यह योगासन लिवर के कार्यों को ठीक रखने के साथ मेटाबॉलिज्म को भी नियंत्रित रखने में सहायक है। इस योगाभ्यास को करने के लिए मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं। अब श्वास अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। श्वास बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और हथेलियों और सिर को ज़मीन पर टिकाएं। लंबी श्वास अंदर लें और बाहर छोड़ें। दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में जोड़ते हुए सिर को दोनों हथेलियों के बीच में धीरे से रखें। रोजाना इस अभ्यास को करें।
कपालभाति प्राणायाम
तमाम अध्ययनों से पता चलता है कि प्राणायाम, लिवर सिरोसिस, पीलिया, हेपेटाइटिस और अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लीवर के स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायक हो सकता है।इस आसन को करने के लिए भी सबसे पहले शरीर को एकदम से सीधा रखते हुए ध्यानपूर्वक में बैठ जाएं । इसके बाद एक गहरी श्वास लें। अब इसे नाक से तेजी से छोड़ें, इसमें झटके से पेट को अंदर की ओर ले जाएं। सांस छोड़ते समय नाक से छक की आवाज़ होगी। इस क्रिया को कम से कम 10 मिनट तक करते रहें।
धनुषासन योग के लाभ
धनुषासन योग को बो-पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन फैटी लिवर की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए अद्भुत काम करता है। यह लीवर को उत्तेजित करने के साथ मजबूती देता है। इस योग को करने के लिए सबसे पहले आपको पेट के बल लेटना है और अपने घुटनों को अपने कूल्हों की ओर मोड़ना है। अब अपने हाथों से अपने टखनों को पकड़ें। अब अपने पैरों और बाजुओं को जितना हो सके ऊपर उठाएं और अपना चेहरा ऊपर रखें। जब तक आप कर सकते हैं तब तक इस मुद्रा में बने रहने का प्रयास करें।