विज्ञान

बिग बैंग से हुआ ब्रह्मांड का जन्म, सालों की कड़ी मेहनत के बाद मिला जवाब

Apurva Srivastav
1 Jun 2021 9:00 AM GMT
बिग बैंग से हुआ ब्रह्मांड का जन्म, सालों की कड़ी मेहनत के बाद मिला जवाब
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दुनियाभर के वैज्ञानिकों का मानना है कि बिंग बैंग के बाद ब्रह्मांड अपने वजूद में आया है

दुनियाभर के वैज्ञानिकों का मानना है कि बिंग बैंग (Big Bang) के बाद ब्रह्मांड (Universe) अपने वजूद में आया है. उस समय ये इतना विशालकाय नहीं था, जितना वर्तमान समय में है. ये गर्म एवं घना था और तेजी से बढ़ रहा था. 13.8 अरब साल बाद अब हम जानते हैं कि ये कैसा दिखता है. हालांकि, वास्तव में ये गर्म और घना पदार्थ कैसे ठंडा हुआ, ये अभी भी वैज्ञानिकों के लिए एक पहेली बना हुआ था. वैज्ञानिक 20 साल से अधिक समय से यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ब्रह्मांड के जन्म से पहले बिंग बैंग के पहले माइक्रोसेकेंड में वास्तव में क्या हुआ था? अब वैज्ञानिकों ने इस बात का जवाब ढूंढ लिया है कि गर्म घना पदार्थ कैसा था और यह कैसे बदल गया.

वैज्ञानिकों ने यूरोपियन ऑर्गनाइजेशन फॉर न्यूक्लियर रिसर्च (CERN) में लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (Large Hadron Collider) द्वारा किए गए एक प्रयोग के आंकड़ों का अध्ययन किया. प्रयोग में उन्होंने ब्रह्मांड के प्रारंभिक चरण में मौजूद गर्म और घने पदार्थ का निर्माण किया. यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन (University of Copenhagen) के वैज्ञानिकों ने पाया कि प्रयोग का डाटा इतना सटीक था कि यह निष्कर्ष निकाला जा सका कि प्रारंभिक पदार्थ एक बहने वाले तरल के रूप में था.
ब्रह्मांड का ये था शुरुआती पदार्थ
इसे पदार्थ को इसलिए अलग किया जा सकता है क्योंकि ये समय के साथ अपना आकार बदलता रहा. ब्रह्मांड के प्रारंभिक चरण में मौजूद एकमात्र गर्म और सघन पदार्थ क्वार्क (Quarks) और ग्लून्स (Gluons) से बना था. इसे क्वार्क-ग्लूऑन प्लाज्मा (QGP) के रूप में भी जाना जाता है. क्वार्क एक मौलिक कण है, जो एक साथ मिलकर प्रोटॉन और न्यूट्रॉन बनाता है. ग्लून्स गोंद की तरह एक बांधने वाले मटैरियल की तरह काम करता है, जो क्वार्क को एक साथ रखता है.
क्वार्क और ग्लून्स का क्या काम है?
यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन में एक एसोसिएट प्रोफेसर और इस स्टडी के लेखकों में से एक यू झोउ ने कहा, पहले क्वार्क और ग्लून्स वाले प्लाज्मा को ब्रह्मांड के गर्म विस्तार से अलग किया गया. फिर क्वार्क के टुकड़े हैड्रॉन में बदल गए. तीन क्वार्क वाला एक हैड्रॉन एक प्रोटॉन बनाता है, जो परमाणु कोर का हिस्सा है. ये कोर बिल्डिंग ब्लॉक्स हैं जो पृथ्वी, हमे और हमारे चारों ओर के ब्रह्मांड का निर्माण करते हैं. इस स्टडी को 'फिजिक्स लेटर्स बी' के जुलाई अंक में प्रकाशित किया गया जाएगा.
क्या है बिग बैंग थ्योरी?
बिग बैंग ब्रह्मांड रचना का एक वैज्ञानिक सिद्धांत है, जो इस बात का जवाब देता है कि ब्रह्मांड कब और कैसे बना. इस सिद्धांत के मुताबिक, करीब 15 अरब साल पहले समस्त भौतिक तत्व और ऊर्जा एक बिंदु में सिमटी हुई थी. इससे पहले क्या था, इस बात की जानकारी किसी को नहीं है. फिर इस बिंदु ने फैलना शुरू किया. बिग बैंग एक बम की तरह हुआ विस्फोट नहीं था, बल्कि इसमें प्रारंभिक ब्रह्मांड के कण, समूचे अंतरिक्ष में फैल गए और एक दूसरे से दूर भागने लगे. माना जाता है कि इसके बाद से ही ब्रह्मांड लगातार फैल रहा है.


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