विज्ञान

सुपर कंप्यूटर ने 5 से ज्यादा तरह के नए कोरोना वायरस को खोज डाला

jantaserishta.com
31 Jan 2022 8:08 AM GMT
सुपर कंप्यूटर ने 5 से ज्यादा तरह के नए कोरोना वायरस को खोज डाला
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नई दिल्ली: एक ताकतवर सुपर कंप्यूटर ने 1 लाख से ज्यादा RNA वायरस खोजे हैं. जिनमें से 9 नए कोरोना वायरस (Nine New Coronavirus) हैं, जिन्हें इससे पहले कभी नहीं देखा गया. इन वायरसों की खोज कई सारे बायोलॉजिकल सैंपल्स में से हुई है. इनके बारे में हाल ही में Nature जर्नल में रिपोर्ट प्रकाशित हुई है. इन वायरसों की खोज में सुपरकंप्यूटर के साथ अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम लगी है.

सुपर कंप्यूटर ने 2 करोड़ गीगाबाइट्स डेटा से वायरसों को खोजा है. ये डेटा जीन सिक्वेंसिंग के लिए रखे गए 50.70 लाख बायोलॉजिकल सैंपल्स से लिए गए थे. ये सैंपल्स हर तरह के वातावरण से जमा किए गए थे. जिसमें बर्फ के नीचे से मिले नमूनों से लेकर जानवरों के मल तक शामिल थे.
इन सैंपल्स की जांच करके सुपर कंप्यूटर ने 1.32 लाख RNA वायरस की खोज की गई. इनमें से 15 हजार के बारे में वैज्ञानिकों को पहले से पता है. लेकिन कोरोना वायरस के 9 नई प्रजातियां मिली हैं, जिनके बारे में किसी को नहीं पता था. ये 9 नए कोरोना वायरस दुनिया के लिए एकदम नए हैं.
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि उनकी खोज से नई बीमारियों और महामारियों के बारे में पता चल जाएगा. साथ ही यह पता किया जा सकता है कि किस बीमारी या महामारी का क्या इलाज या रोकथाम हो सकता है. इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले वैज्ञानिक डॉ. अर्टेम बाबाएन ने एक बयान जारी करके कहा कि हम नए वायरसों की दुनिया में प्रवेश कर रहे हैं. ये जेनेटिकली बहुत अलग हैं.
डॉ. अर्टेम ने कहा कि इन वायरसों को देखकर पता चला कि जानवर कितने वायरस लेकर घूमते हैं. जो कभी भी खतरनाक संक्रमण की लहर दौड़ा सकते हैं. हम उम्मीद करते हैं कि SARS-CoV-2 जैसे और वायरस धरती पर न फैलें, लेकिन हमें इन नए वायरसों की खेप में 9 नए कोरोना वायरस पता चले हैं. यानी कोरोना वायरस फिर से विकराल रूप ले सकता है. भविष्य में इसकी प्रजातियां इंसानों के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं.
डॉ. अर्टेम ने कहा कि इन वायरसों की पहचान अब आसानी से हो सकती है, साथ ही उनके प्राकृतिक स्रोत की भी. हमारा लक्ष्य ये है कि अब फार्मा कंपनियां, वैज्ञानिक संस्थाएं इन वायरसों का अध्ययन करके उनसे संबंधित संभावित बीमारियों का इलाज खोजें. ताकि इन वायरसों की वजह से किसी प्रकार की महामारी दुनिया में न फैले.
अगर किसी इंसान को अनजान बुखार होता है, तो उसके खून के सैंपल की सिक्वेंसिंग करके यह पता लगाया जा सकता है कि उसे किस तरह के नए वायरस ने जकड़ा है. क्योंकि वैज्ञानिकों के पास अब 1.32 लाख से ज्यादा नए वायरसों की जानकारी है. दो मिनट में पता चल जाएगा कि किस वायरस का संक्रमण आपको हुआ है. इस वायरस की उत्पत्ति दुनिया के किस कोने में और किस जानवर से हुई है.
इस समय दुनिया का सबसे संक्रामक वायरस है Coronavirus यानी SARS-CoV-2. लेकिन इससे पहले साल 2002 में भी इतना ही खतरनाक कोरोना वायरस SARS-CoV आया था. इसके बाद MERS-CoV आया. जिसे मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) कहते हैं. इन खतरनाक वायरसों के अलावा चार और कोरोना वायरस हैं, जो इंसानों को सिर्फ जुकाम करवाते हैं.
डॉ. अर्टेम बाबाएन ने कहा कि जो 9 नए कोरोना वायरस खोजे गए हैं, वो सुअर, पक्षी और चमगादड़ों से आए हैं. लेकिन अभी यह नहीं पता चल पाया है कि इन 9 नए कोरोना वायरसों में से कितने इंसानों को संक्रमित करने की क्षमता रखते हैं. जिस सुपर कंप्यूटर ने इन्हें खोजा है, वह 22,500 CPU के डेटा का एनालिसिस करने की क्षमता रखता है. एक सामान्य कंप्यूटर को यह डेटा एनालाइज करने में एक साल से ज्यादा का समय लगता. लेकिन सुपर कंप्यूटर ने यह काम 11 दिन में पूरा कर दिया.
इस स्टडी की वजह से वैज्ञानिक पैथोजन सर्विलांस बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं. ताकि भविष्य की महामारियों को रोका जा सके. नए वायरसों की वजह से किसी तरह का संक्रमण न फैले, इसलिए उनका इलाज, वैक्सीन या दवाएं बनाकर रख लेना चाहिए.


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