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अध्ययन: डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी हैं ये हर्ब, 2 घंटे के अंदर करता है असर

Gulabi Jagat
11 Sep 2021 1:48 PM GMT
अध्ययन: डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयोगी हैं ये हर्ब, 2 घंटे के अंदर करता है असर
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दुनिया में डायबिटीज एक गंभीर समस्या बन चुकी है. डायबिटीज न केवल बुजुर्गों में बल्कि हर उम्र के लोग में देखने को मिल रही है

दुनिया में डायबिटीज एक गंभीर समस्या बन चुकी है. डायबिटीज न केवल बुजुर्गों में बल्कि हर उम्र के लोग में देखने को मिल रही है. कोरोना महामारी के दौरान टाइप-2 डायबिटीज का खतरा लोगों में काफी बढ़ चुका है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, डाइट में कुछ बदलाव करने से इस समस्या से निजात पाई जा सकती है. एक शोध में पाया गया है कि एक ऐसी जड़ी बूटी है जो केवल दो घंटों में ब्लड शुगर को कम कर सकती है, सेज के पत्ते को लंबे समय से डायबिटीज के खिलाफ एक दवा के रूप में इस्तेमाल किया गया है. सेज को तेज पत्ते के रूप में भी जाना जाता है. शोध से पता चलता है कि ये ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है. हर्ब और डायबिटीज के बीच संबंध की जांच करने वाले एक अध्ययन में पाया गया कि सेज का अर्क एक विशिष्ट रिसेप्टर को सक्रिय करके चूहों में ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है. इसके बाद मनुष्यों पर किए गए आगे के अध्ययनों ने भी इन रिजल्ट की पुष्टि की है.

टाइप 2 डायबिटीज की अनियंत्रित स्थिति वाले 80 व्यक्तियों सहित टाइप 2 डायबिटीज की नियंत्रण स्थिति वाले लोगों में एक क्लिनिकल ट्रायल किया गया. इसमें पाया गया कि दो घंटे के उपवास के बाद, नियंत्रण समूह की तुलना में अनियंत्रित समूह वाले लोगों को सेज के पत्तों का अर्क दिया गया था, उनमें ब्लड शुगर के स्तर में काफी कमी देखी गई.
शोधकर्ताओं ने पाया कि एक बार रिसेप्टर सक्रिय हो जाने के बाद ये रक्त में एक्सट्रा फैटी एसिड को साफ करते हैं, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में मदद कर सकते हैं.
टाइप 2 डायबिटीज वाले चूहों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि ये हर्ब, मेटफॉर्मिन (ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रण में रखने के लिए निर्धारित दवा) के समान कार्य करती है.
मनुष्यों में इस हर्ब को रोसिग्लिटाजोन नामक ब्लड शुगर के लेवल को नियंत्रण में रखने एक अन्य एंटी-डायबिटीज ड्रग के समान प्रभावित पाया गया. ये इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करती है. शोधकर्ताओं के अनुसार, सेज के पत्ते डायबिटीज वाले लोगों में उपवास के दो घंटे बाद ग्लूकोज को कम करने में मदद कर सकते हैं.
कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि डायबिटीज के कारण बेड कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल के लेवल को बढ़ा सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण व्यक्तियों में हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि, कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए मौजूदा दवाओं में से ज्यादातर के साइड इफेक्ट्स होते हैं. ऐसे में एक्सपर्ट्स आहार की सहायता से इस स्थिति को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. शोध से पता चला है कि सेज के पत्ते डायबिटीज के कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रण कर सकते हैं.
अध्ययनों में पाया गया है कि सेज के पत्तों का दो या तीन महीने रोजाना तीन बार सेवन करने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम होता है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है.
67 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि दो महीने के बाद कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 19.6 प्रतिशत कम हो गया. इसके अलावा, कई अन्य शोध में पाया गया कि सेज सप्लीमेंट कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, सेज के पत्तों को हाई कोलेस्ट्रॉल के इलाज में एक विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
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