विज्ञान

अध्ययन में दावा: हरी सब्जियां और फल खाने से हार्ट अटैक का खतरा होता है कम

Triveni
6 Aug 2021 4:39 AM GMT
अध्ययन में दावा: हरी सब्जियां और फल खाने से हार्ट अटैक का खतरा होता है कम
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हाल ही में हुए दो नए अध्ययनों में यह दावा किया गया है

हाल ही में हुए दो नए अध्ययनों में यह दावा किया गया है कि जो लोग पौध आधारित खाद्य पदार्थों को अपनी भोजनशैली में शामिल करते हैं उन्हें किसी भी उम्र में हृदयाघात का जोखिम कम होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, विशेषकर युवा वयस्कों और वृद्ध महिलाओं में इसका बेहद सकारात्मक असर देखने को मिलता है।

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पौध आधारित खाद्य पदार्थों के विभिन्न उम्र में शरीर पर होने वाले प्रभावों का आकलन किया गया। इसमें देखा गया कि क्या पौध आधारित आहार की लंबी अवधि की खपत और युवा वयस्कता में शुरू होने के वाले बदलाव और मध्य जीवन में हृदय रोग के कम जोखिम से जुड़ी है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि युवा वयस्कों और वृद्ध महिलाओं दोनों में इस तरह के खाद्ध पदार्थों के सेवन से हृदयाघात का खतरा कम था। उन्होंने पाया कि इन्हेंज्यादा खाने से हृदय रोग विकसित होने की संभावना भी कम हुई। शोधकर्ताओं ने पाया, जिन प्रतिभागियों ने रोजाना के आहार में पौध आधारित खाद्य पदार्थों को ज्यादा शामिल किया उनमें हृदयाघात और अन्य गंभीर हृदयरोगों का जोखिम कम हो गया।
शोधकर्ताओं ने इस तरह किया विश्लेषण
यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पोस्ट डॉक्टोरल यूनी चोई ने युवा वयस्कों (कार्डिया) अध्ययन में 4,946 वयस्कों में आहार और हृदय रोग की घटना की जांच की। अध्ययन में नामांकन (1985 से 1986) के समय प्रतिभागी 18 से 30 वर्ष के थे और उस समय हृदय रोग से मुक्त थे। इसके बाद प्रतिभागियों की शारीरिक माप, चिकित्सा इतिहास और जीवन शैली कारकों का मूल्यांकन किया। साथ ही लगातार उनकी आहारशैली की निगरानी की गई।
जर्नल ऑफ द अमेरिकन एसोसिएशन में प्रकाशित
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन डाइट एंड लाइफस्टाइल अनुशंसाएं एक समग्र स्वस्थ आहार पैटर्न का सुझाव देती हैं। इसमें विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी उत्पादों, त्वचा रहित पोल्ट्री और मछली, नट और फलियां और गैर-उष्णकटिबंधीय वनस्पति तेलों पर जोर दिया गया है। इन दोनों अध्ययनों के परिणामों को अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के एक ओपन-एक्सेस जर्नल 'जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन' में प्रकाशित किए गए हैं।


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