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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वॉशिंगटन : अमेरिका के फ्लोरिडा स्पेस सेंटर से रविवार को स्पेसएक्स रॉकेट (NASA-SpaceX) चार एस्ट्रोनॉट को लेकर इंटरनैशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुआ। अपनी 27 घंटे की यात्रा पूरी करके फॉल्कन नामका यह रॉकेट मंगलवार सुबह लगभग 9:30 पर आईएसएस पर पहुंचेगा। इस लॉन्च की खास बात यह है कि यह रॉकेट एलोन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स का है।
इससे पहले नासा रूस के सोयुज रॉकेट पर निर्भर था। रूस पिछले लगभग एक दशक से नासा को यह सुविधा दे रहा था। इस लॉन्च को क्रू-1 मिशन नाम दिया गया है। करीब 18 साल पहले अमेरिका ने मशहूर उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी को इसका ठेका दिया था। नासा का वास्तविक उद्देश्य एलन मस्क की कंपनी की मदद से ब्रह्मांड में मौजूद अन्य ग्रहों पर बस्तियां बसाने के लिए काम करना है।
स्पेसएक्स के इस क्रू ड्रैगन कैप्स्यूल को रेजिलिएंस नाम दिया गया है। इस मिशन में चार अंतरिक्ष यात्री हैं। इनमें से तीन अमेरिका के हैं और एक जापान का। नासा ने मई में प्रयोग के तौर पर दो अंतरिक्ष यात्रियों रॉबर्ट बेकन और डगलस हर्ले को अंतरिक्ष में भेजा था। इसका प्रक्षेपण एंडेवर नाम के एक कैप्सूल में किया गया था। स्पेसएक्स का यह रॉकेट अगस्त में दो अंतरिक्षयात्रियों को लेकर पृथ्वी पर वापस लौटा था।
यह प्रक्षेपण ऐसे समय पर हुआ है जब एलन मस्क ने ऐलान किया था कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। उनके रिजल्ट पॉजिटिव और निगेटिव दोनों आने पर उन्हें अलग-थलग होना पड़ा था। उनकी जगह पर स्पेसएक्स कंपनी के अध्यक्ष ग्वायने शोटवेल केनेडी स्पेस स्टेशन पर आ गए थे। इस कार्यक्रम में अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी मौजूद थे।