विज्ञान

दुनिया के वैज्ञानिक रूसी तकनीक के बिना मुश्किल में, रूस पर लगे बैन का हो रहा असर

Gulabi Jagat
28 March 2022 9:44 AM GMT
दुनिया के वैज्ञानिक रूसी तकनीक के बिना मुश्किल में, रूस पर लगे बैन का हो रहा असर
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इसमें कोई दो राय नहीं है कि विज्ञान के मामले में रूस हमेशा से आगे रहा है
इसमें कोई दो राय नहीं है कि विज्ञान के मामले में रूस हमेशा से आगे रहा है. ऐसे में युद्ध के चलते विश्व की अन्य ताकतों ने एक प्रकार से रूस का बहिष्कार कर दिया है. लेकिन साथ ही अब विज्ञान जगत को एक नई तरह की चिंता सताने लगी है. वैज्ञानिकों को लग रहा है कि बगैर रूस की मदद के जलवायु वैज्ञानिक आर्कटिक में गर्मी का दस्तावेजीकरण कैसे पाएंगे. वहीं यूरोप अंतरिक्ष ऐजेंसी को इस बात की चिंता सता रही है कि रूस की हीटिंग यूनिट के बिना मंगल ग्रह पर नियोजित किया गया मार्स रोवर वहां की ठंडी रातों में वक्त कैसे गुजारेगा. इसी तरह कार्बन मुक्त उर्जा पर कैसे काम होगा, अगर फ्रांस में फ्यूजन पॉवर रियेक्टर पर किए जा रहे प्रयोग के लिए रूस कंपोनेंट नहीं भेजेगा.
मानव जाति की भलाई के लिए विज्ञान के क्षेत्र में जो काम किए जा रहे हैं. उसने पश्चिमी राष्ट्रों और रूस को एक साथ एक मंच पर लाने का काम किया था. लेकिन रूस के युद्ध छेड़े जाने के बाद इन परियोजनाओं का व्यापक स्तर पर नुकसान हो रहा है. क्योंकि रूस अपनी जिद पर अड़ा है और पश्चिमी राष्ट्र उसे दंड़ित करने पर तुले हैं.
रूस के बगैर मुश्किल
वैज्ञानिकों का मानना है कि सभी राष्ट्रों के सहयोग के बिना जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दे से लड़ना मुश्किल होगा. वहीं बीते कुछ दशकों में रूस और दूसरे राष्ट्रों के वैज्ञानिक एक दूसरे की विशेषज्ञत पर निर्भर हो चुके हैं. ऐसे में इस तरह से पैदा हुई रिश्तों में खटास ने दुनिया भर के वैज्ञानिकों को चिंता में डाल दिया है.
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