विज्ञान

वैज्ञानिकों को मिला इंसानों जितना विशालकाय बिच्छू के अवशेष, 43 करोड़ साल पहले खाता था मछलियां,

Rani Sahu
18 Oct 2021 4:25 PM GMT
वैज्ञानिकों को मिला इंसानों जितना विशालकाय बिच्छू के अवशेष, 43 करोड़ साल पहले खाता था मछलियां,
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आज से करीब 435 मिलियन साल पहले चीन के समुद्र पर एक विशालकाय बिच्छू का राज था

आज से करीब 435 मिलियन साल पहले चीन के समुद्र पर एक विशालकाय बिच्छू का राज था। करीब 3.3 फुट यानी लगभग 1 मीटर लंबा यह बिच्छू शिकार के लिए अपने विशाल और कांटेदार हाथों का इस्तेमाल करता था। पुरातत्वविदों ने हाल ही में इस प्रचीन बिच्छू के अवशेषों की खोज की है जिसे Terropterus xiushanensis के नाम से जाना जाता था। शोधकर्ताओं ने साइंस बुलेटिन मैग्जीन में इसका खुलासा किया।

अध्ययन के सह-लेखक बो वांग ने लिखा, 'यह अपने कांटेदार हाथों का इस्तेमाल संभवतः शिकार के लिए करता था।' खतरनाक जीव Silurian 443.8 मिलियन से 419.2 मिलियन साल पहले पाया जाता था। उस समय ये बिच्छू पानी में शिकार करने वाले सबसे खतरनाक शिकारी थे। इन्होंने मछलियों और मोलस्क को अपना शिकार बनाया होगा। ये शिकार को अपने नुकीले और बड़े हाथों से पकड़ते थे और उसे अपने मुंह में रख लेते थे।
सबसे बड़ा बिच्छू इंसान के बराबर
बिच्छू के आकार अलग-अलग थे। इनमें सबसे छोटा बिच्छू मानव हाथ के आकार का और सबसे बड़ा लगभग वयस्क मानव के बराबर होता था। लाइव साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रजाति की खोज सबसे पहले 80 साल पहले की गई थी। इससे पहले वैज्ञानिकों ने एक बेहद दुर्लभ जीवाश्म की खोज की थी जो 1 करोड़ 60 लाख साल पहले पेड़ के गोंद में जम गया था। इस जीवाश्म में वैज्ञानिकों को टार्डीग्रेड की एक अज्ञात प्रजाति मिली थी।
टार्डीग्रेड की नई प्रजाति की खोज
Proceedings of the Royal Society B: Biological Sciences नामक पत्रिका में छपी रिसर्च में टार्डीग्रेड की नई प्रजाति की खोज का दावा किया गया था। यह प्रजाति डोमिनिकन रिपब्लिक में गोंद के भीतर जमी हुई पाई गई थी। नई प्रजाति इतनी अच्छी तरह से संरक्षित की गई थी कि वैज्ञानिकों ने इसकी खोज बड़ी आसानी से कर ली। यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ फ्लोरिडा के प्रफेसर फ्रेंक स्मिथ ने कहा कि जीवाश्म रिकॉर्ड सिर्फ दो तरह के टार्डीग्रेड का दावा करते हैं। ऐसे में तीसरी प्रजाति की खोज बहुत बड़ी बात है।


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