विज्ञान

डायनासोर के साइज को लेकर वैज्ञानिकों ने की खोज, मिले हैरान करने वाले नतीजे

Gulabi
26 Feb 2021 4:36 PM GMT
डायनासोर के साइज को लेकर वैज्ञानिकों ने की खोज, मिले हैरान करने वाले नतीजे
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टी रेक्स (T –Rex) जैसे विशालकाय खूंखार डायनासोर (Dinosaurs) को बच्चे घरेलू बिल्ली के आकार से बहुत ही बड़े दैत्य की तरह बन जाते थे

टी रेक्स (T –Rex) जैसे विशालकाय खूंखार डायनासोर (Dinosaurs) को बच्चे घरेलू बिल्ली के आकार से बहुत ही बड़े दैत्य की तरह बन जाते थे. लेकिन उनके समय में डायनासोर या तो बहुत ही बड़े (Humongous) होते थे या फिर छोटे (Tiny) हुआ करते थे. ऐसे में इस अंतर के सच को जानने के लिए हुए शोध में अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम ने दर्शाया है कि इन जानवरों ने छोटी शत्रु प्रजातियों को बाहर कर अपने आसपास की पारिस्थितिकी (Ecology) में बदलाव किया था.


हाल ही में साइंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से एक लंबे समय से उलझे सवाल का जवाब मिला है. 15 करोड़ सालों तक दुनिया पर राज करने वाले डायनासोर (Dinosaurs) में या तो बहुत ही बड़ी प्रजाति (Species) के जानवर थे या फिर छोटे आकार के जीव थे. वैज्ञानिकों के लिए यह हैरानी की बात रही है कि विशालकाय डायनासोर (Massive Dinosaurs) में 160 किलो से लेकर एक टन के डायनासोर की प्रजातियां दिखती ही नहीं हैं

इस अध्ययन की अगुआई करने वाली यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको की छात्रा केट श्रोडर का कहना है कि डायनासोर (Dinosaurs) समुदाय छुट्टी के दिन के शॉपिंग मॉल्स की तरह थे जहां बहुत ही ज्यादा भीड़ होती है. इन समुदायों (Commnities) में किशोरों यानी टीनेजर्स (Teenage Dinosaurs) की बहुत भरमार हुआ करती थी. ये किशोर डायनासोर अपनी प्रजाति (Species) का अधिकाधिक हिस्सा हुआ करते थे.

श्रोडर का कहना है कि किशोर डायनासोर (Dinosaurs) की अधिक जनसंख्या का समुदाय (Community) के लिए स्रोतों पर बहुत ज्यादा असर होता था. जीवाश्म रिकॉर्ड (Fossil Records) की सीमाओं के बाद भी डायनासोर काफी विविधताओं से भरे थे. अभी तक केवल 1500 ही प्रजातियों (Species) के बारे में जानकारी है जबकि आज हजारों की संख्याओं में स्तनपायी (Mammalians) और पक्षी (Birds) प्रजातियां मौजूद हैं. वहीं पूरे मेसोजोइक काल में जो 25 करोड़ साल से लेकर 6.6 करोड़ साल पहले तक का समय था, एक टन या उससे ज्यादा के भार के शरीर वाले डायनासोर की प्रजातियां 160 किलो से कम की प्रजातियों के मुकाबले बहुत ज्यादा थीं.

कुछ वैज्ञानिको का मत है कि चूंकि विशाल डायनासोर (Dinosaurs) का जीवन छोटे अंडों में से शुरू होता है, बड़े होने के दौरान वे अलग अलग स्रोतों का उपयोग करते होंगे जिससे उन्होंने अपने पारिस्थितिकी (Ecosystem) की ज्यादा जगह घेरी होगी जहां दूसरी छोटी प्रजातियां (Species) पनप सकती थीं. इस मत की जांच के लिए शोधक्रताओं ने दुनिया भर के जीवाश्मों (Fossils) के आंकड़ों का अध्ययन किया जिसमें 550 से ज्यादा डायनासोर प्रजातियां शामिल थीं. उन्होंने पाया कि मध्यम आकार के मांसाहारी (Carnivores) की मौजूदगी में अंतर हर समुदाय में था जिसमें टी रेक्स जैसे शिकारी जीव थे

शोधकर्ताओं ने पाया कि इस अंतर को पाटने का काम युवा या किशोर डायनासोर (Dinosaurs) करते थे. उनके नतीजों का समय के साथ डायनासोर की विविधता (Diversity) से भी समर्थन मिला. जहां जूरासिक समुदाय (Jurassic Community) (20 से 14.5 करोड़ साल पहले) में यह अंतर कम था तो 14.5 से 6. 5 करोड़ साल पहले वाले क्रिटेशियस समुदाय (Cretaceous Communty) में यह अंतर बड़ा हो गया था

ऐसा इसलिए है क्योंकि जुरासिक काल (Jurassic Era) में विशाल डायनासोर (Dinosaurs) के किशोर व्यस्कों (Adults) की तरह दिखते थे और उनके लिए शिकार करने के लिए शाकाहारी डायनासोर की बहुतायत थी. जबकि क्रिटेशियस काल (Cretaceous Era) में टी रेक्स (T-Rex) जैसे जानवरों का बोलबाला था जो बढ़ने के साथ बदलते रहते थे. शोधकर्ताओं ने जीवाश्म रिकॉर्ड (Fossil Records) के आधार पर एक समय के युवा विशाल डायनासोर के भार का गुण हर साल संभावित बचने वालों की संख्या से किया. इससे दोनों कालों का वह अंतर खत्म हो गया. शोधकर्ताओं ने पाया कि डायनासोर पर भी पारिस्थितिक पहलुओं को लागू करना अहम है



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