विज्ञान

वैज्ञानिकों ने किया कमाल, इन जूतों को पहनते ही 'देखने' लगेंगे Blinds

Gulabi
7 May 2021 1:45 PM GMT
वैज्ञानिकों ने किया कमाल, इन जूतों को पहनते ही देखने लगेंगे Blinds
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वैज्ञानिकों ने किया कमाल

आज के समय में तकनीक ने काफी तरक्की कर ली है. ऐसे-ऐसे आविष्कार होते हैं, जिसकी कुछ साल पहले तक लोगों ने कल्पना भी नहीं की होगी. लेकिन आज ये चीजें मौजूद हैं. कुछ समय पहले तक अगर आपसे कहा जाता कि ऐसे जूते मौजूद हैं, जिन्हें पहनकर अंधों को दिखाई देने लगेगा तो शायद आप सामने वाले को पागल समझते. लेकिन आज के डेट में ऐसे जूते मौजूद हैं. इन जूतों को बनाने का क्रेडिट जाता है ऑस्ट्रियाई कंपनी टेक इनोवेशन (Tech Innovation) को. इस कंपनी ने ब्लाइंड्स के लिए स्पेशल जूते बनाए हैं, जिसमें लगे सेंसर अंधों को आसपास के ठोकर और सड़क के हाल को बताता जाएगा. यानी इन सेंसर्स की वजह से देख ना पाने के बावजूद लोग समझ जाएंगे कि उनके आगे क्या है?


जूतों में लगाए गए हैं अल्ट्रासोनिक सेंसर

ऑस्ट्रियन कंपनी Tec-Innovation ने ब्लाइंड्स के लिए इन ख़ास जूतों को बनाया है. कंपनी को इन जूतों को डिजाइन करने में Graz University of Technology ने मदद की है. इन जूतों में वाटरप्रूफ अल्ट्रासोनिक सेंसर्स लगाए गए हैं. ये अपने रास्ते में आने वाले ठोकरों को दूर से ही पहचान लेते हैं और वाइब्रेट कर शोर मचाने लगते हैं. इससे इन जूतों को पहनने वाले ब्लाइंड्स को चलते हुए पता चल जाएगा कि सामने क्या चीज आने वाली है? ऐसे में ठोकर का पता चल जाने पर देख ना पाने वाले लोगों को चलते हुए चोट नहीं लगेगी.

ठोकर आने पर करता है वाइब्रेट
ख़ास तकनीक से बने इन जूतों में लगे सेंसर ठोकर के आते ही वाइब्रेट करने लगते हैं. ये ठोकर जितना ज्यादा नजदीक होगा, उतनी तेजी से वाइब्रेट करेगा. अभी ये जूते 4 मीटर की रेंज में आए ठोकर को पहचान वाइब्रेट करते हैं. अब इन जूतों को बनाने वाली कंपनी टेक इनोवेशन इन जूतों में AI पावर्ड कैमरे लगाने की तैयारी में है, जिससे देख ना पाने वाले लोगों को चलते हुए और ज्यादा मदद मिलेगी.

रखी गई है इतनी कीमत

इन जूतों को मार्केट में उतार दिया गया है. अभी इन शूज की कीमत है £2,700 यानी करीब 2 लाख 76 हजार रूपये. इसमें आपको सेंसर लगे शूज के साथ एक चार्जर भी मिलेगा. शूज को बनाने वाले टेक इनोवेशन के फाउंडर मार्कस रेफर (Markus Raffer) के मुताबिक, ये शूज ना सिर्फ ठोकर के बारे में बताता है बल्कि ये भी इन्फॉर्म करता है कि सामने किस प्रकार की ठोकर है? यानी आगे एक दीवार है, कार है या सीढ़ी है? कंपनी इसमें कैमरा लगाकर इसे एडवांस बनाने तैयारी में है. अगर इसमें कैमरा लग गया तो ये ब्लाइंड्स के लिए काफी मददगार होगा.
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