विज्ञान

वैज्ञानिकों का मानना- ब्रह्मांड में गैलेक्सी से भी पहले बने महाविशाल ब्लैक होल कहीं भी हो सकते हैं छिपे

Gulabi
23 Jan 2021 3:47 PM GMT
वैज्ञानिकों का मानना- ब्रह्मांड में गैलेक्सी से भी पहले बने महाविशाल ब्लैक होल कहीं भी हो सकते हैं छिपे
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यह स्टडी स्कूल ऑफ फिजिक्स ऐंड ऐस्ट्रोनॉमी के क्वीन मेरी एमेरिटस प्रफेसर बर्नार्ड कार ने एक स्टडी में बताया है कि

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हमारे सूरज के द्रव्यमान (mass) से 10 अरब गुना ज्यादा विशाल ब्लैक होल की खोज वैज्ञानिक कर चुके हैं। नई स्टडी में दावा किया गया है कि इससे भी विशाल ऑब्जेक्ट ब्रह्मांड में मौजूद हो सकते हैं। इनके बनने की प्रक्रिया दूसरे ब्लैक होल से अलग हो सकती है क्योंकि ये तब बने थे जब गैलेक्सी भी नहीं बनी थीं और ब्रह्मांड बस पैदा हुआ था।


कैसे बनते हैं ये ब्लैक होल?
यह स्टडी स्कूल ऑफ फिजिक्स ऐंड ऐस्ट्रोनॉमी के क्वीन मेरी एमेरिटस प्रफेसर बर्नार्ड कार ने एक स्टडी में बताया है कि कैसे महाविशाल ब्लैक होल (SLAB) बनते हैं और कितना बढ़ सकते हैं। माना जाता है कि विशाल ब्लैक होल अपनी होस्ट गैलेक्सी में बनते हैं और फिर आसपास के मैटर को खाकर या दूसरे ब्लैक होल्स में विलय से और विशाल होते जाते हैं। रिसर्चर्स ने प्रस्ताव दिया है कि SLAB तब बने थे जब ब्रह्मांड बना था और गैलेक्सी नहीं।
कार ने बताया, 'हमें पहले से पता है कि ब्लैक होल का द्रव्यमान बहुत ज्यादा होता है। हमारी गैलेक्सी के केंद्र में सूरज से 40 लाख गुना SMBH (विशाल ब्लैक होल) है। SLAB का फिलहाल का कोई सबूत नहीं है लेकिन माना जा सकता है कि वे हो सकते हैं और हमारी गैलेक्सी के बाहर भी इनका असर हो सकता है जो देखा जा सकता है।'
विशाल ब्लैक के बनने के तरीके से लगता है कि इससे ज्यादा द्रव्यमान नहीं हो सकता है, सूरज से 10 अरब गुना विशाल। ये अति प्राचीन ब्लैक होल सितारों के मरने से पैदा नहीं होते हैं और उनका द्रव्यमान बहुत कम से महाविशाल तक हो सकता है। कार ने उम्मीद जताई है कि SLAB कैसे बनता है, इसे लेकर चर्चा शुरू हो सकती है।


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