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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण-पूर्व एशियाई देश पूर्वी तिमोर (East Timor) में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया. जिसका केंद्र लॉसपेलोस (Lospalos) नाम की जगह से 38 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व की तरफ था. भूकंप की गहराई 49 किलोमीटर थी. इस भूकंप से फिलहाल किसी तरह के नुकसान की खबर तो नहीं मिली है. लेकिन अमेरिकी वैज्ञानिक संस्थान USGS ने भूकंप आने के बाद चेतावनी जारी करते हुए ट्वीट किया है कि इस भूकंप की वजह से 'हिंद महासागर में सुनामी' आ सकती है.
सिर्फ USGS ने ही नहीं बल्कि, इंडियन ओशन सुनामी वॉर्निंग एंड मिटिगेशन सिस्टम (IOTWMS) ने भी भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी की है. पूर्वी तिमोर की राजधानी में एक पत्रकार ने भूकंप महसूस किया और कहा कि यह बहुत तेजी से आया और जल्दी खत्म हो गया. इसके बाद लोग अपने काम को पूरा करने के लिए सामान्य रूप से निकल गए. भूकंप से पड़ोसी बोलिविया की राजधानी ला पाज में और पेरू के शहरों आरेक्विपा, टाक्ना और कस्को में कुछ इमारतें हिल गईं.
पूरी धरती पर सिर्फ एक ऐसी जगह है जिसे रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) कहते हैं. पूर्वी तिमोर इसी के अंदर आता है. यानी यहां पर भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखीय गतिविधियां सबसे ज्यादा होती है. इससे पहले इस साल फरवरी में उत्तरी सुमात्रा में आए 6.2 तीव्रता के भूकंप से दर्जनों लोगों की मौत हुई थी. इन्हीं भूकंपों की वजह से ज्वालामुखी फट जाते हैं. या फिर ज्वालामुखी के फटने से भूकंप आते हैं. कई बार सुनामी भी उठती है.
सबसे भयानक भूकंप 2004 में आया था
2004 में सुमात्रा तट पर आए 9.1 तीव्रता के खतरनाक भूकंप की वजह से जो सुनामी आई थी. उससे इंडोनेशिया के 1.70 लाख लोगों के साथ तिमोर के मिलाकर कुल 2.20 लाख लोगों की मौत हुई थी. फिलहाल पूर्वी तिमोर की आबादी करीब 13 लाख है. यह दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे युवा देश है. इसे हाल ही में इंडोनेशिया से अपनी आजादी की 20वीं वर्षगांठ मनाई थी.
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