विज्ञान

वैज्ञानिक ने किया दावा- शनि के चांद Enceladus के महासागरों में भी हैं धरती की तरह लहरें

Kunti Dhruw
27 March 2021 3:47 PM GMT
वैज्ञानिक ने किया दावा- शनि के चांद Enceladus के महासागरों में भी हैं धरती की तरह लहरें
x
शनि के चांद

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: कैलिफोर्निया: शनि के चांद Enceladus पर धरती की तरह महासागरों की धाराएं होती हैं। कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी की ग्रैजुएट छात्रा ऐना लोबो ने यह दावा किया है। अभी तक माना जाता रहा है कि वहां के महासागर में स्थिरता है। लोबो ने Cassini मिशन के डेटा के आधार पर यह दावा किया है। यह प्रोब शनि और उसके सिस्टम पर नजर रखता है। इसके अलावा एन्वायरन्मेंटल साइंस ऐंड इंजिनियरिंग प्रफेसर ऐंड्रू थॉम्पसन के काम पर भी उन्होंने यह थिअरी दी है।

धरती की तरह Enceladus के महासागर भी नमकीन हैं। लोबो का दावा है कि नमक के स्तर पर में अंतर के कारण ये धाराएं हो सकती हैं। Cassini ने पहले दिखाया था कि इस चांद पर बर्फ की मोटाई अलग-अलग है। यह ध्रुव पर पतली और ईक्वेटर पर मोटी है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह बर्फ के पिघलने और जमने के कारण होता है। इसकी वजह से महासागर की धाराएं बनती हैं।
कैसे बनती हैं धाराएं?
जब नमकीन पानी जमता है तो आसपास का पानी भारी हो जाता है, जिससे वह डूबने लगता है। बर्फ के पिघलने पर इससे उल्टा होता है। एक कंप्यूटर मॉडल में दिखाया गया है कि ऐसे क्षेत्र जहां बर्फ की मोटाई बदलती है वहां धाराएं बन सकती हैं।
जीवन की खोज में Enceladus वैज्ञानिकों का एक अहम लक्ष्य है। इसके अलावा बृहस्पति के चांद Europa पर भी नजर रखी जाती है जहां धरती से ज्यादा पानी माना जाता है। हालांकि, जीवन की संभावना के लिए सिर्फ पानी जरूरी नहीं है, कार्बन, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन, ऑक्सिजन, फॉसफोरस और सल्फर भी जरूरी है। Cassini से पता चला है कि Enceladus पर लगभग सभी चीजें हो सकती हैं। इसके अलावा गहरे सागरों में हाइड्रोथर्मल ऐक्टिविटी मानी जाती है, जो पहले सिर्फ धरती पर मानी जाती थी। NASA एक प्रोटोटाइप रोबॉट पर टेस्ट कर रहा है जिसे Buoyant Rover for Under Ice (BRUIE) नाम दिया गया है। इसे भविष्य में मिशन्स के साथ भेजे जाने का प्लान है।


Next Story