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विज्ञान
रूसी विमानों और मिसाइलों का बनेगा काल, यूक्रेन युद्ध में गेमचेंजर हो सकता है ये घातक हथियार
jantaserishta.com
23 March 2022 9:56 AM GMT
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नई दिल्ली: अमेरिका (US) यूक्रेन की मदद के लिए स्विचब्लेड ड्रोन्स (Switchblade Drones) दे रहा है. इन्हें कामीकेज किलर ड्रोन्स (Kamikaze Killer Drones) भी कहा जाता है. इन ड्रोन्स की मदद से यूक्रेन रूस के टैंकों, बख्तरबंद वाहनों, बंकरों और सैनिकों पर आसमानी आफत गिराएगा. इसके नाम के अनुसार ही इसका काम है. यह सिर्फ विस्फोट नहीं करता. अगर इंसान की ऊंचाई के बराबर तेजी से उड़ जाए तो कई सैनिकों को गहरे घाव दे सकता है. तेज गति से उड़ने की वजह से इसके तेजधार विंग्स से चोट भी लग सकती है.
एक अमेरिकी अधिकारी ने यूरोन्यूज को नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि Ukraine को अमेरिका की तरफ से 100 टैक्टिकल स्विचब्लेड ड्रोन्स (Switchblade Drones) मिल रहे हैं. ये ड्रोन्स छोटे सुसाइट बमवर्षक हैं. ये टकराते ही विस्फोट कर देते हैं. वह भी जानलेवा और बेहद विध्वंसकारी धमाका. असल में यह उड़ने वाला हथियार है जो किसी भी तरह के जंग के लिए उपयुक्त है.
कामीकेज किलर ड्रोन्स (Kamikaze Killer Drones) या स्विचब्लेड ड्रोन्स (Switchblade Drones) छोटे एक बार प्रयोग में आने वाले रिमोट कंट्रोल्ड उड़ने वाले बम होते हैं. ये आसानी से कहीं भी तैनात किए जा सकते हैं. या फिर कहीं से भी दागे जा सकते हैं. इनमें लगे कैमरे से आप छिपे हुए टारगेट को खोजकर हमला कर सकते हैं. ये पहाड़ियों, इमारतों, जंगलों आदि में छिपे हुए दुश्मन को खोजकर उसके ऊपर आत्मघाती हमला कर देता है.
अमेरिकी कंपनी एयरोविरोनमेंट ने दो प्रकार के स्विचब्लेड ड्रोन्स (Switchblade Drones) तैयार किए हैं. सबसे ताकतवर स्विचब्लेड ड्रोन है 23 किलोग्राम का स्विचब्लेड-600. यह 40 मिनट तक उड़ सकता है. यह जमीन पर 185 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गिरता है. इसमें मौजूद विस्फोटक की मदद से यह टैंक और बख्तरबंद वाहन और आर्मर को भी उड़ा सकता है.
लंबी दूरी के प्रीडेटर ड्रोन्स (Predator Drones) के बजाय के आकार में छोटे होते हैं. ये मिसाइल की तरह लॉन्च किए जाते हैं. जैसे कोई मोर्टार छोड़ा जाता हो. ये रॉकेट की तरह लॉन्च पैड से निकलते हैं. हवा में जाने के बाद इनके विंग्स खुल जाते हैं. उसके बाद इन्हें संचालित करने वाला इंसान रिमोट पर नजर रखता है. वह टीवी स्क्रीन पर देखते हुए सीधे टारगेट की ओर बढ़ता है. जैसे ही टारगेट दिखता है, ड्रोन रूपी मिसाइल को ब्लास्ट कर दिया जाता है. या फिर टारगेट से टकराने के लिए छोड़ दिया जाता है.
स्विचब्लेड शब्द से घबराने की जरूरत नहीं है. हमारे देश में 80 के दशक की फिल्मों में इसका उपयोग खूब हुआ है. रामपुरी चाकू स्विचब्लेड का ही नमूना है. जो चाकू बटन दबाने से अपने खोल से बाहर आए, उसे स्विचब्लेड कहते हैं. ये ऑटोमैटिक या फ्लिक चाकू हो सकते हैं. रेगुलर फोल्डर जैसे दिख सकते हैं. ये भल्लालदेव के रथ वाले चक्र की तरह घूमने वाले हो सकते हैं. या फिर अपने ही धुरी पर तेजी से घूमने वाली आरी की तरह हो सकते हैं.
अमेरिका में यह ड्रोन 2011 से उपयोग में लाया जा रहा है. यह बेहद सफल रहा है. स्विचब्लेड 300 का वजन 2.5 किलोग्राम होता है. स्विचब्लेड 600 का वजन करीब 25 किलोग्राम होता है. स्विचब्लेड 300 की लंबाई मात्र 19.5 इंच होती है. करीब डेढ़ फुट. जबकि स्विचब्लेड 600 की लंबाई 51 इंच होती है. यानी 4 फीट से थोड़ी ज्यादा. फोटो में - रूसी कामीकेज ड्रोन्स की तस्वीर है, जिसे रोसटेक क्लाशनिकोव कंपनी ने बनाया है.
स्विचब्लेड 300 ड्रोन्स (Switchblade 300 Drones) की ऑपरेशनल रेंज 10 किलोमीटर है. यह 15 मिनट तक उड़ान भर सकता है. यह आसानी से 15 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. वहीं, स्विचब्लेड 600 ड्रोन्स (Switchblade 600 Drones) की ऑपरेशनल रेंज 40 किलोमीटर है. यह 40 मिनट तक उड़ सकता है. छोटे वाले स्विचब्लेड की अधिकतम गति 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है. स्विचब्लेड 600 की अधिकतम गति 185 किलोमीटर होती है.
स्विचब्लेड ड्रोन्स (Switchblade Drones) के अंदर अमेरिकी हथियार निर्माता कंपनी रेथियॉन (Raytheon) कंपनी का बनाया हुआ प्रेसिसन गाइडेड मिनी-मिसाइल लगाया जाता है. इसका नाम है पाइक (Pike). यह करीब 770 ग्राम का होता है. इसकी लंबाई 43 सेंटीमीटर यानी करीब 16.8 इंच होती है. वैसे तो इसकी रेंज 2 किलोमीटर है. लेकिन स्विचब्लेड ड्रोन में लगने के बार रेंज में कई गुना का इजाफा हो जाता है.
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