विज्ञान

शोधकर्ताओं का दावा: विटामिन D की कमी दूर कर रोकी जा सकती है तीसरी लहर

Triveni
11 July 2021 6:04 AM GMT
शोधकर्ताओं का दावा: विटामिन D की कमी दूर कर रोकी जा सकती है तीसरी लहर
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चिकित्सा विज्ञानियों की मानें तो यदि सरकार टीकाकरण के साथ-साथ विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए भी कदम उठाए तो इससे लोग कोरोना खतरे से बच सकते हैं।

चिकित्सा विज्ञानियों की मानें तो यदि सरकार टीकाकरण के साथ-साथ विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए भी कदम उठाए तो इससे लोग कोरोना खतरे से बच सकते हैं। यह पाया गया है कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी है, उन्हें कोरोना संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का खतरा ज्यादा है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच शोध के यह नतीजे बेहद अहम हैं।

एपिडेमोलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार यूरोप एवं अमेरिका में पूर्व में हुए कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि विटामिन डी की कमी से जूझ रहे लोगों में संक्रमण दर ज्यादा थी।
यूरोप, अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना मृत्यु दर ऊंची होने की एक वजह वहां बड़े पैमाने पर लोगों में विटामिन डी की कमी होना भी है। शोध के अनुसार, जिन देशों में सूर्य की रोशनी ज्यादा होती है, उन देशों में अपेक्षाकृत मृत्यु दर कम रही है।
शोध के प्रमुख लेखक वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी विभाग के निदेशक प्रोफेसर जुगल किशोर ने कहा कि भारत भी उन देशों में शुमार है जहां धूप पर्याप्त रहती है जो विटामिन डी का एक प्राकृतिक स्रोत है। लेकिन कतिपय कारणों से लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते।
धूप से विटामिन डी की प्राप्त के लिए जरूरी है कि सप्ताह में कुछ घंटे कम कपड़ों में धूप सेंकी जाए। लेकिन सभी के लिए ऐसा संभव नहीं हो पाता है। नतीजा यह है कि 60 फीसदी से अधिक आबादी के विटामिन डी की कमी के शिकार होने की संभावना है। यूरोप, अमेरिका में यह प्रतिशत बहुत ज्यादा होता है।
विटामिन डी की कमी का टेस्ट के जरिये पता लगाया जा सकता है। टेबलेट के रूप में विटामिन डी उपलब्ध है। इसकी उपलब्धता आसान एवं किफायती है। इसलिए यदि तय मानकों क अनुसार बच्चों को 400, किशोरों व गर्भवती महिलाओं को 600-1000 तथा वयस्कों को 1000-2000 इंटरनेशनल यूनिट (आईयू) विटामिन डी सप्लीमेंट दिए जाए तो काफी फायदा हो सकता है।
खासकर तब जब तीसरी लहर की आशंकाएं जताई जा रही हैं। शोधकर्ताओं ने सरकार को सलाह दी है कि कोरोना प्रबंधन में विटामिन डी की कमी को दूर करना भी शामिल किया जाए। इससे कोरोना से बचाव के साथ-साथ विटामिन डी की कमी से होने वाली अन्य दिक्कतें भी दूर होंगी जैसे हडिड्यों एवं जोड़ों से जुड़े दर्द की समस्या आदि। विटामिन डी की भी भूमिका शरीर की कई क्रियाओं के संचालन में महत्वपूर्ण होती है। शोध में शामिल अन्य लेखकों में यूनिवर्सिटी आफ मेन्चेस्टर के डेविड सी. एंडरसन, हिमाचल स्टेट इम्यूनोलाजिस्ट ओमेश कुमार भारती, डेविह एस. ग्राईम्स तथा मोनिका साहू शामिल हैं।


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