- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- रिसर्च में सामने आया,...
रिसर्च में सामने आया, भारतीयों की लंबाई कम होना एक चिंता का विषय
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पता चला है कि इसमें दुनिया के लोगों की औसत लंबाई में बढ़ोतरी हो गई है. लेकिन, भारत के साथ उल्टा हो रहा है और भारतीयों की औसत हाइट में कमी हो रही है. जी हां, जहां दुनिया के लोग थोड़े लंबे हो रहे हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है और हमारे यहां के लोग छोटे होते जा रहे हैं. यानी पहले अगर औसत लंबाई 5 फुट 6 इंच थी, तो अब वो कम हो गई है.
ऐसे में जानते हैं कि भारतीयों की लंबाई में कितनी कमी हुई है और अब लंबाई में आ रही है कमी को किससे जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में भारतीयों की लंबाई कम होना एक चिंता का विषय है.
किस आधार पर पता चला है?
इस रिसर्च में नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे के डेटा को एग्जामिन किया गया है. इसमें 15-25 और 26-50 वर्ग के उम्र के आकंड़ों पर अध्ययन किया गया है. इस रिसर्च का नाम है ट्रेंड ऑफ एडल्ट हाइट इन इंडिया फ्रॉम 1998 टू 2015. दरअसल, नेशनल फैमिली एंड हेल्थ सर्वे हाइट को लेकर डेटा जारी करता है और इस डेटा के अध्ययन में सामने आया है कि भारतीय नागरिक पहले से छोटे होते जा रहे हैं. इसमें 1998 से लेकर 2015 तक के डेटा का अध्ययन किया गया है. ऐसे में इसे चिंता का विषय माना जा रहा है.
रिसर्च में क्या सामने आया?
रिसर्च में सामने आया है कि 2005 से 2016 के बीच 15 साल से 50 साल तक के आयु के लोगों में लंबाई की कमी देखी गई है यानी इस आयु के लोग छोटे होते जा रहा है. लेकिन, इसमें 26-50 साल तक की महिलाओं में लंबाई की कमी नहीं है. ऐसे में कहा जा सकता है कि महिलाओं की हाइट में ज्यादा कमी नहीं आई है.
महिलाओं की हाइट की क्या है स्थिति?
इस रिसर्च में आयु के दो वर्ग 15-25 और 26-50 उम्र के थे. अगर महिलाओं की बात करें तो इसमें 15-25 साल तक की महिलाओं की हाइट में तो कमी आई है और यह कमी 0.12 सेंटीमीटर है. लेकिन 26 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं की हाइट में 0.13 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी हुई है. सिर्फ ये ही एक ऐसा वर्ग है, जिनकी लंबाई बढ़ी है, वर्ना पुरुषों के तो हर वर्ग में कमी ही देखी गई है.
पुरुष की हाइट की क्या है स्थिति?
अगर पुरुषों की हाइट की बात करें तो 15 से 25 आयु वर्ग की लंबाई में 1.10 सेंटीमीटर की कमी आई है, जबकि 26 से 50 आयु वर्ग के लोगों की हाइट 0.86 सेंटीमीटर कम हुई है. इसे काफी बड़ी कमी माना जा रहा है और चिंताजनक भी है. दरअसल, हाइट की कमी को पोषण आदि से जोड़कर भी देखा जाता है. साथ ही वेल्थ के हिसाब से भी इसे जोड़ा जाता है, क्योंकि इसमें कमजोर वर्ग के लोगों की लंबाई कम देखी गई है.
वहीं, हाइट में पोषण आदि को सबसे अहम माना जा रहा है और इससे प्रोडक्टिविटी का अंदाजा लगाया जा रहा है, क्योंकि जन्म के बाद मिलने वाले पोषण पर भी लंबाई निर्भर करती है.