विज्ञान

शोध में खुलासा: अमेजन के जंगल बने CO2 के उत्पादक

Triveni
17 July 2021 5:39 AM GMT
शोध में खुलासा: अमेजन के जंगल बने CO2 के उत्पादक
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आमतौर पर जंगल पृथ्वी (Earth) पर कार्बन के संरक्षित भंडार के रूप में देखे जाते हैं.

आमतौर पर जंगल पृथ्वी (Earth) पर कार्बन के संरक्षित भंडार के रूप में देखे जाते हैं. जंगल में पेड़ पौधे ना केवल कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं बल्कि वह बड़ी संख्या में कार्बन को अपने में बड़ी मात्रा में सहेजे रखते हैं जिससे वायुमंडल में कार्बन की मात्रा नहीं बढ़ती है. लेकिन क्या कोई जंगल ही कार्बन उत्सर्जन का स्रोत बन सकता है. हाल ही में एक अध्ययन ने निष्कर्ष निकाला है दुनिया का सबसे बड़ा और समृद्ध जंगल, अमेजन (Amazon Forest) कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जक बन चुका है. इसकी सबसे बड़ी वजह वनों कटाई और जलवायु परिवर्तन (Climate Change) बताया जा रहा है.

एक बहुत बड़ा संकेत
शोधकर्ताओं का कहना है कि अमेजन बेसिन वनों की कटाई से कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करने वाला जंगल से उसे उत्सर्जित करने वाला एक बड़ा इलाका बन चुका है. यह कोई मामूली दावा नहीं हैं, बल्कि इसके बहुत गंभीर परिणामों की चेतावनी के रूप में माना जाना चाहिए. यह ऐसा बदलाव है जो ग्लोबल वार्मिंग से लड़ने वाले मानवता का सबसे बड़े प्राकृतिक साथी से दुश्मन में बदल सकता है.
कार्बन डाइऑक्साइड का भंडार
नेचर जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि पिछले दशक में जमा किए गए ऊंचाई में जमा किए गए सैकड़ों नमूनों के अध्ययन से पता चला है कि दक्षिणपूर्वी अमेजन खास तौर पर एक ऐसे भंडार में बदल गया है जो कार्बन डाइऑक्साइड का ही स्रोत बन चुका है जो सबसे प्रमुख ग्रीन हाउस गैस है.
कार्बन उत्सर्जन और पेड़ पौधे
कार्बन डाइऑक्साइड को सीमित करने के लिए धरती के जैवमंडल दुनिया में बहुत ही अहम भूमिका निभाते हैं. साल 2019 में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की मात्रा 40 अरब टन तक पहुंच गई थी. पिछली आधी सदी में पेड़-पौधों और मिट्टी ने लगातार इस उत्सर्जन का चौथाई हिस्सा अवशोषित किया था जबकि कार्बन डाइऑक्साइड का प्रदूषण 50 प्रतिशत तक बढ़ गया था.
अमेजन के जंगल (Amzon Forest) में वनों की कटाई सबसे बड़ी समस्या है. ( तस्वीर: shutterstock)
मुश्किल हो जाएगी
अमेजन बेसिन में दुनिया के आधे वर्षावन हैं जो कार्बन अवशोषित और भंडारण करने वाले किसी भी वनस्पति की तुलना में ज्यादा प्रभावी हैं. ऐसे में यदि अमेजन के जंगल जहां 450 अरब टन का कार्बन डाइऑक्साइड संरक्षित है अगर CO2 के भंडार की जगह स्रोत में बदल गया तो जलवायु परिवर्तन से निपटने बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो जाएगा.
वनों का घटना
शोध के मुताबिक पूर्वी अमेजन के इस बदलाव के पीछ बहुत सारे कारक हैं. उनका कहना है कि वनों की कटाई, वन अपरदन दोनों ने ही अमेजोनिया के कार्बन भंडार होने की क्षमता को कम कर दिया है. 1970 से इस क्षेत्र के उष्णकटिबंधीय वन 17 प्रतिशत कम हो गए हैं इसकी प्रमुख वजह मवेशी पालन और उनके द्वारा की चराई है.
अमेजन के जंगल (Amzon Forest) को इस समय दुनिया के सबसे अधिक जैवविविधता वाला जंगल माना जाता है (तस्वीर: shutterstock)
बहुत सारे कारक
जंगल आमतौर पर आग लगा कर साफ किए जाते हैं जिससे भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड तो निकलता ही है, उन पेड़ों की संख्या भी कम हो जात है जो CO2 को अवशोषित कर रहे थे. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी के दिनों में तापमान पूर्व औद्योगिक काल के मुकाबले करीब तीन डिग्री सेल्सियस बढ़ रहा है. लेकिन फिर भी इनके कारण भविष्य में ये जंगल CO2 उत्सर्जन करने वाले हो सकते हैं इस पर आसानी से विश्वास नहीं होता. इसका जवाब सैटेलाइट से भी नहीं पाता क्योंकि लागातार बादल छाए रहने से सही आंकड़े नहीं मिलते.
यह किया अध्ययन
इसके लिए ब्राजील के साओ जोस डोस कैम्पोस में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च के शोधकर्ताओं ने 2010 से 2018 तक वायुयानों से CO2 और कार्बन मोनोऑक्साइड के करीब 600 नमूने जमा किए. ये नमूने 4.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक से लिए गए थे. उत्तर पश्चिम अमेजन में कार्बन संतुलन पाया गया, लेकिन पूर्वी अमेजन में CO2 अवशोषित होने से ज्यादा उत्सर्जित होती पाई गई. एक अन्य अध्ययन में पाया गया है कि अमेजन ने 2010 से 2019 में पिछले दशक की तुलना में 20 प्रतिशत ज्यादा CO2 उत्सर्जित की है.


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