विज्ञान

शोध-1 सेकेंड से भी कम समय में सितारे से निकली 1 अरब सूर्य जितनी ऊर्जा

Rani Sahu
5 Jan 2022 6:11 PM GMT
शोध-1 सेकेंड से भी कम समय में सितारे से निकली 1 अरब सूर्य जितनी ऊर्जा
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एक मैग्नेटर स्टार को एक सेकेंड के दसवें हिस्से से भी कम समय में एक अरब सूर्य जितनी ऊर्जा बाहर निकालते हुए देखा गया

एक मैग्नेटर स्टार को एक सेकेंड के दसवें हिस्से से भी कम समय में एक अरब सूर्य जितनी ऊर्जा बाहर निकालते हुए देखा गया। इस तारे को 'कॉस्मिक मॉन्स्टर' कहा जा रहा है जो स्क्ल्पटर गैलेक्सी में स्थित है जो हमारी धरती से 1.30 करोड़ प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेलेंसिया के नेतृत्व में शोधकर्ताओं के अनुसार ऊर्जा विस्फोट के दौरान मैग्नेटर ने 100,000 सालों में सूर्य द्वारा पैदा की जाने वाली ऊर्जा के बराबर एनर्जी बाहर निकाली है।

अध्ययन के सह-लेखक प्रोफेसर विक्टर रेगलेरो ने कहा कि मैग्नेटार का विस्फोट, जो एक सेकेंड के लगभग दसवें हिस्से तक चला, 15 अप्रैल 2020 को दर्ज किया गया था। यह वास्तव में अंतरिक्ष का राक्षस है। मैग्नेटर न्यूट्रॉन सितारों की एक सबकैटेगरी है। मैग्नेटर वे वस्तुएं होती हैं जो सिर्फ 12.4 मील के व्यास में पृथ्वी के द्रव्यमान का पांच लाख गुना द्रव्यमान अत्यधिक तीव्र चुंबकीय क्षेत्रों की साथ रख सकती हैं।
मैग्नेटर के विस्फोट का पता लगाना मुश्किल
मैग्नेटर में हिंसक विस्फोट होते हैं लेकिन ये सेकेंड से भी कम समय के होते हैं इसलिए इनका पता लगा पाना बेहद मुश्किल होता है। नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने GRB2001415 नामक एक इस तारे की ऊर्जा का अध्ययन करने के लिए अतंरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर लगे AIM उपकरण का इस्तेमाल किया। इस तकनीक की मदद से वैज्ञानिकों की टीम ने मैग्नेटर के विस्फोट की तीव्रता और अवधि को रेकॉर्ड किया।
एक लाख साल में सूर्य निकाल पाएगा इतनी ऊर्जा
इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले अल्बर्टो जे. कास्त्रो-तिराडो ने कहा कि निष्क्रिय अवस्था में भी मैग्नेटर हमारी हमारे सूर्य से एक लाख गुना अधिक चमकीला हो सकता है। लेकिन GRB2001415 के जिस विस्फोट का हमने अध्ययन किया, वह सूर्य द्वारा एक लाख सालों में निकाली जाने वाली ऊर्जा के बराबर है।' हालांकि अभी तक ऊर्जा के इस विस्फोट का कारण पता नहीं लग पाया है। शोधकर्ताओं को संदेह है कि यह सितारों के मैग्नेटोस्फीयर में अस्थिरता के कारण हो सकता है या उनकी सतह में एक तरह के 'भूकंप' के कारण भी ऐसा विस्फोट देखने को मिल सकता है।
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