विज्ञान

First Audio Recording of Sounds on Mars: पर्सीवरेंस मार्स रोवर ने भेजी महत्वपूर्ण जानकारी, मंगल पर चलने वाली हवाओं की आवाज को किया रिकॉर्ड

Apurva Srivastav
11 March 2021 5:23 AM GMT
First Audio Recording of Sounds on Mars: पर्सीवरेंस मार्स रोवर ने भेजी महत्वपूर्ण जानकारी, मंगल पर चलने वाली हवाओं की आवाज को किया रिकॉर्ड
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मंगल ग्रह पर जीवन की खोज कर रहे अमेरिकी एजेंसी नासा (NASA) के पर्सीवरेंस मार्स रोवर (Perseverance Mars Rover) ने मंगल पर चलने वाली हवाओं की आवाज को रिकॉर्ड किया है.

मंगल ग्रह पर जीवन की खोज कर रहे अमेरिकी एजेंसी नासा (NASA) के पर्सीवरेंस मार्स रोवर (Perseverance Mars Rover) ने मंगल पर चलने वाली हवाओं की आवाज को रिकॉर्ड किया है. नासा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि यान में लगे कैमरे में मंगल ग्रह पर चलने वाली हवाओं की आवाज सुनाई दे रही है, जबकि माइक्रोफोन ने लेजर स्ट्राइक्स की आवाज को रिकॉर्ड किया है. बता दें कि रोवर में 23 कैमरे और 2 माइक्रोफोन लगे हैं, मंगल ग्रह पर हर छोटी-बड़ी गतिविधि को रिकॉर्ड करके भेजेंगे.

सुपरकैम माइक्रोफोन से की Recording
पर्सीवरेंस मार्स रोवर (Perseverance Mars Rover) की ओर से भेजे गए ऑडियो (Audio) में सुना जा सकता है कि कैसे मंगल ग्रह पर तेज हवाएं चल रही हैं. इन हवाओं की आवाज बिल्कुल वैसी है, जैसे धरती पर आंधी-तूफान के समय होती है. पहले ऑडियो में मंगल पर चलने वाली हवाओं की आवाज सुनाई दे रही है. इसे रोवर के सुपरकैम माइक्रोफोन ने रिकॉर्ड किया है. यह माइक इसके मास्ट के ऊपर लगा है.
दिल की धड़कन जैसी Laser Striking
दूसरा ऑडियो संदेश जो रोवर ने भेजा है, वो मंगल पर लेजर स्‍ट्राइक्‍स का है. इसे भी पहली बार सुना गया है. यह आवाज दिल के धड़कने जैसी है. इसके जरिये नासा की टीम यह पता लगा सकती है कि रोवर के आसपास की चट्टानों की बनावट कैसी है. नासा का कहना है कि रोवर द्वारा भेजी गईं रिकॉर्डिंग से उसे मंगल के बारे में कुछ नई जानकारी हासिल करने में मदद मिलेगी. अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पर्सीवरेंस मार्स रोवर लगातार काम कर रहा है और आगे भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती रहेंगी.
इस दिन शुरू हुआ था Mission
नासा के रोवर ने लाल ग्रह यानी मंगल पर पहली बार परीक्षण के तौर अपना अभियान 6 मार्च को शुरू किया था. इसमें लगभग 6.5 मीटर की दूरी तय की गई थी. 6 मार्च को नासा ने बताया था कि यह अभियान करीब 33 मिनट तक चला, जिसमें रोवर चार मीटर आगे बढ़ा, फिर बाईं ओर 150 अंश तक मुड़ गया और 2.5 मीटर पीछे होकर अपने नए अस्थायी पार्किंग स्थान पर पहुंच गया था.


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