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नैट्रॉन झील: ये है दुनिया की सबसे डरावनी जगह, जो गिरा वो पत्थर बन गया

jantaserishta.com
20 April 2022 3:32 AM GMT
नैट्रॉन झील: ये है दुनिया की सबसे डरावनी जगह, जो गिरा वो पत्थर बन गया
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नई दिल्ली: वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर निक ब्रांट 2013 में नैट्रॉन झील (Lake Natron) पहुंचे. उन्होंने झील में जानवरों की जमी हुई लाशों की फोटो ली. इस झील के पानी ने जानवरों को 'पत्थरों' में बदल दिया था. इन भयानक तस्वीरों को देखकर हर कोई हैरान रह गया था.

नैट्रॉन झील (Lake Natron) को नमक की झील या क्षारीय (Alkaline) झील कहा जाता है, जो तंजानिया (Tanzania) में अरुशा क्षेत्र के उत्तरी नागोरोंगोरो जिले में है. इस झील को बेहद खतरनाक माना जाता है, क्योंकि कहते हैं कि इस झील के संपर्क में जो भी आता है, पत्थर बन जाता है.
नैट्रॉन झील वास्तव में वन्यजीवों का घर है. खासकर फ्लेमिंगो (Flamingos) के लिए, जो बिना किसी डर के इस झील के पानी में उतरते हैं. इस झील के पानी का पीएच लेवल करीब 12 है, जो घरेलू ब्लीच के बराबर है. शिकार करने वाले जीव इसके पानी में बहुत लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकते.
पहले यह जान लेते हैं कि इसका पानी इतना क्षारीय क्यों है. ऐसा Ol Doinyo Lengai की वजह से है, जो दुनिया का एकमात्र ज्वालामुखी (Volcano) है, जिससे पृथ्वी का सबसे अजीब लावा बाहर निकलता है. इस लावा को नैट्रोकार्बोनाटाइट (Natrocarbonatite) कहा जाता है. समय के साथ, नमक की झील ने आसपास की पहाड़ियों से सोडियम कार्बोनेट और अन्य खनिजों को नैट्रोकार्बोनाइट में खींच लिया, जिससे पानी बेहद क्षारीय हो गया.
इस पानी का पीएच (pH) लेवल इतना ज्यादा है कि इससे ज्यादातर जानवरों की त्वचा और आंखें जल जाती हैं. इतना ही नहीं जो ज्यादा देर तक पानी में रहते हैं उनकी मौत हो जाती है. लेकिन अगर एक व्यक्ति इस झील के पानी में कूदे तो भी क्या यही होगा, जो इन बेजुबान जानवरों के साथ हुआ? आइए जान लेते हैं.
फ्लैमिंगो की त्वचा सख्त और पपड़ीदार होती है जिससे उनपर इस पानी का असर कम होता है. लेकिन मनुष्यों की त्वचा नरम होती है. नैट्रॉन झील का पानी कभी-कभी 60 डिग्री सेल्सियस तक गर्म भी हो जाता है. ऐसे में, नमक की यह झील आपको पत्थर में तो नहीं बदलेगी, लेकिन आपकी त्वचा में कोई घाव या कटा-फटा हो, तो यह इतनी बुरी तरह चुभेगा, जितनी आप कल्पना भी नहीं कर सकते.
पानी ब्लीच जितना ही क्षारीय है, इससे पानी में जितनी देर तक रुकेंगे वह उतना ही जलेगा. हालांकि बारिश की वजह से पानी का पीएच लेवल बदलता रहता है. लेकिन अगर परिस्थितियां खराब हों, तो आप बहुत बुरी तरह जल जाएंगे.
अब सोचिए कि अगर आपका शरीर नैट्रॉन झील में डूब जाए तो क्या होगा? ब्रांट की तस्वीरों में जो जानवर दिखे, उनकी मौत का सही कारण किसी को नहीं पता. लेकिन हो सकता है कि कुछ जानवर प्राकृतिक कारणों से मरे हों. बाद में झील में गिर गए हों. एक और सिद्धांत यह भी है कि इस झील की सतह शीशे की तरह चमकती है, जिससे उड़ने वाले पक्षी कभी-कभी दुर्घटनाग्रस्त होकर नीचे गिर जाते हैं.
अगर आप इस झील में डूब जाएं तो क्षारीय पानी की वजह से आपका शरीर में डिकंपोज़ होने की प्रक्रिया रुक जाएगी. आप अचार की तरह प्रिज़र्व हो जाएंगे. अगर आपने शरीर का पानी पूरी तरह उड़ जाए और आपका शरीर सूख जाए, तो आप उन जानवरों की तरह भी हो सकते हैं जैसे कि ब्रांट की तस्वीरों में दिखते हैं.


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