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![मंगल ग्रह पर NASA के परसिवरेंस रोवर ने खोज अप्रत्याशित, ज्वालामुखीय लावा का लगाया पता मंगल ग्रह पर NASA के परसिवरेंस रोवर ने खोज अप्रत्याशित, ज्वालामुखीय लावा का लगाया पता](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/12/16/1427357-1.webp)
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अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के परसिवरेंस रोवर (Perseverance rover) ने मंगल ग्रह (Mars) पर एक हैरान करने वाली खोज की है
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के परसिवरेंस रोवर (Perseverance rover) ने मंगल ग्रह (Mars) पर एक हैरान करने वाली खोज की है. रोवर के नवीनतम नतीजों के पता चलता है कि वह जिस जगह घूम रहा है, वो ज्वालामुखीय लावा (Volcanic lava) से बना हुआ है. परसिवरेंस रोवर 10 महीने पहले मंगल ग्रह पर लैंड हुआ था. इस मिशन पर नजर रखने वाले वैज्ञानिकों ने कहा कि ये खोज पूरी तरह से अप्रत्याशित थी. अभी तक वैज्ञानिकों का मानना था कि रोवर ने जिन स्तरित चट्टानों की तस्वीरें लीं, वे तलछटी थीं. इस खोज को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने कहा कि इस खोज में लाल ग्रह (Red Planet) के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं की सटीक तारीख बताने की क्षमता है. JPL ने कहा कि परसिवरेंस रोवर जहां जेजेरो क्रेटर (Jezero Crater) की चट्टानों पर अपनी खोजों को अंजाम दे रहा है. वहां पानी की मौजूदगी के सबूत रहे हैं. इसने बताया कि कुछ चट्टानों में कार्बनिक मॉलिक्यूल भी होते हैं. न्यू ऑरलियन्स में अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन (American Geophysical Union) फॉल साइंस मीटिंग में एक समाचार ब्रीफिंग में नतीजों की घोषणा की गई.
रोबोटिक भुजा के जरिए इकट्ठा किए नमूने
वैज्ञानिक लंबे समय से मंगल की सतह मिली चट्टानों की संरचना को लेकर सोच रहे थे. कैलिफोर्निया (California) के पासाडेना में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में परसिवरेंस प्रोजेक्ट वैज्ञानिक केन फार्ले ने कहा, चट्टान के भीतर के क्रिस्टल ने स्मोकिंग गन प्रदान किया है. चट्टान की संरचना को समझने के लिए परसिवरेंस रोवर ने अपनी रोबोटिक भुजा में स्थापित एक ड्रिल का इस्तेमाल करते हुए नमूने को इकट्ठा किया. ड्रिल के जरिए चट्टानों के टुकड़े को पीसा जाता है, फिर चट्टानों की मौलिक संरचना को मैप करने के लिए एक्स-रे लिथोकैमिस्ट्री का इस्तेमाल किया जाता है.
मंगल ग्रह पर होता था लावा का प्रवाह
23 नवंबर को लिए गए ऐसे ही एक नमूने से पता चला है कि चट्टान में पाइरोक्सिन क्रिस्टल से घिरे बड़े ओलिवाइन क्रिस्टल की असामान्य बहुतायत थी. केन फार्ले ने कहा कि एक अच्छा भूविज्ञान का छात्र आपको बताएगा कि इस तरह की बनावट उस चट्टान को इंगित करती है जब क्रिस्टल बढ़ते हैं और धीरे-धीरे ठंडा होने वाले मैग्मा में बस जाते हैं. उदाहरण के लिए एक मोटा लावा का प्रवाह होना. परसिवरेंस रोवर जेजेरो क्रेटर पर लैंडिंग करने के बाद चार वर्ग किलोमीटर के इलाके में खोज कर रहा है. इसका मकसद मंगल ग्रह पर जीवन की मौजूदगी का पता लगाना है.
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