विज्ञान

नासा के Ingenuity हेलिकॉप्टर का लाल ग्रह पर कमाल, देखें 3D VIDEO

Gulabi
14 May 2021 12:12 PM GMT
नासा के Ingenuity हेलिकॉप्टर का लाल ग्रह पर कमाल, देखें 3D VIDEO
x
नासा

Ingenuity Helicopter 3D Flight: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के Ingenuity हेलिकॉप्टर ने मंगल ग्रह पर अभी तक कई बार उड़ान भरी है, लेकिन इसकी तीसरी उड़ान का एक 3डी वीडियो जारी किया गया है, जो सबसे खास है. इसमें देखा जा सकता है कि इंजेंविनिटी किस तरह उड़ान भर रहा है. पहले तो इंजेंविनिटी कैमरे के बिल्कुल सामने दिखाई देता है, फिर वह मंगल ग्रह में ऊंची उड़ान भरता हुआ कुछ दूरी तक जाता है और फिर चंद सेकेंड बाद वापस लौट आता है. और फिर उसी स्थान पर आकर खड़ा होता है, जहां से उड़ान भरनी शुरू की थी.


ये रिकॉर्डिंग जूमेबल डुअल-कैमरा मास्टकैम-जेड (Mastcam-Z) इमेजर के जरिए की गई है, जो नासा के परसिवरेंस रोवर में लगा हुआ है. इसके अलावा इस कैमरे से ली गई तस्वीरें भी अंतरिक्ष एजेंसी जारी करती रहती है, जिससे लोगों को मिशन से जुड़ी बातों का पता चलता है. रोवर जो भी नई खोज करता है, उसके बारे में तस्वीरों से अधिक आसानी से जानने में मदद मिलती है. इसके साथ ही कैमरा महत्वपूर्ण डाटा भी उपलब्ध कराता है, जिससे इंजीनियर्स को नैविगेट करने और वैज्ञानिकों को अध्ययन के लिए सैंपल का चुनाव करने में मदद मिलती है.



फ्रेम रिप्रोजेक्ट किए गए
दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्थित नासा की जेट प्रोपल्सन लैब के इमेजिंग वैज्ञानिक जस्टिन माकी ने वीडियो में तस्वीरों को जोड़ने वाली टीम का नेतृत्व किया है. किसी तस्वीर को कलर फिल्टर ग्लास से 3डी (3D Video of MARS) के तौर पर दिखाने या फिर एनैगलीफ तस्वीर तैयार करने के लिए वीडियो के फ्रेम रिप्रोजेक्ट किए गए थे. माकी मंगल पर ली गई तस्वीरों को 3डी बनाने का काम अपने कॉलेज के दिनों से ही कर रहे हैं. वह नासा के सोजॉर्नर रोवर की 3डी तस्वीरें भी बना चुके हैं. जो साल 1997 में मंगल ग्रह पर उतरा था. लेकिन ऐसा पहली बार है, जब उन्होंने मंगल पर किसी उड़ते हुए वायुयान का 3डी वीडियो तैयार किया है.


क्या है नासा के मिशन का मकसद?
माकी कहते हैं, 'Mastcam-Z की वीडियो क्षमता मार्स साइंस लैब MARDI (मार्स डीसेंट इमेजर) कैमरा से विरासत में मिली हैं. इसका मतलब ये है कि हम मंगल की सतह के ऊपर उड़ान भरते हेलीकॉप्टर का 3डी वीडियो तैयार कर इन्हीं क्षमताओं को नए मिशन में दोबारा इस्तेमाल कर रहे है, जो बेहद ही शानदार है.' रोवर के ड्राइवर्स और रोबोटिक-आर्म ऑपरेटर 3डी सिस्टम का इस्तेमाल ये समझने के लिए करते हैं कि मंगल पर कौन सी चीज किस तरह रहती है. नासा के इस मिशन का मकसद ये पता लगाना है कि मंगल पर जीवन संभव है या नहीं.


Next Story