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विज्ञान
NASA के हबल स्पेस टेलीस्कोप में दिखे तैरते सितारों की बेहद ही सुंदर तस्वीर
Apurva Srivastav
11 May 2021 10:24 AM GMT
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सितारों के ऐसे कई समूह है, जिन्हें उनकी विशेषता के आधार पर व्यक्त किया जाता है
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) ने मिल्की वे गैलेक्सी (Milky Way Galaxy) में मौजूद कुछ चमकदार सितारों की बेहद ही खूबसूरत तस्वीर ली है. रात के समय धुंध की तरह दिखने वाले ये चमकते हुए सितारे मिल्की वे के बौने उपग्रह 'लार्ज मैगेलैनिक क्लाउड' (LMC) के सबसे बड़े तारा क्षेत्रों में से एक है. इन सितारों के एक साथ समूह में आने को NGC 2040 या LH 88 कहा जाता है. असल में सितारों का ये समूह बहुत ही ढीला है. इस समूह में शामिल सभी सितारों का ऑरिजन एक ही है और ये अंतरिक्ष में एक साथ तैर रहे हैं. पृथ्वी से इनकी दूरी 1.6 लाख प्रकाशवर्ष है.
सितारों के ऐसे कई समूह है, जिन्हें उनकी विशेषता के आधार पर व्यक्त किया जाता है. NGC 2040 OB तारों का समूह है, जिसमें 10 से लेकर 100 के करीब O और B प्रकार वाले तारे शामिल होते हैं. इन तारों का द्रव्यमान अधिक होता है, लेकिन इनका जीवनकाल छोटा होता है. यह माना जाता है कि मिल्की वे के अधिकांश सितारे OB तारों का समूह में पैदा हुए थे. LMC में इस तरह के कई सितारों का समूह है. अन्य की तरह LH 88 में कई उच्च द्रव्यमान वाले युवा सितारे शामिल है. ये सितारे आयोनाइज्ड हाइड्रोजन गैस के एक बड़े नेबुला की तरह हैं. सितारों का ये समूह LMC 4 नामक एक सुपरजाइंट शैल में स्थित हैं.
कैसे बने सितारों को अपने भीतर रखने वाले सुपरजाइंट शैल?
कई लाख साल की अवधि में हजारों सितारे इन सुपरजाइंट शैल में बने, जो आकाशगंगाओं में सबसे बड़ी तारों की संरचरनाएं हैं. इन शैल को लेकर कहा जाता है कि ये विस्फोट के बाद निकली तेज हवाओं और विशाल तारों के सुपरनोवा विस्फोटों के गुच्छे से बने होंगे. इस दौरान धूल और गैस अंतरिक्ष में बहने लगी होगी, जिसने इन सितारों को बनने में मदद की होगी. बता दें कि सौरमंडल (Solar System) में मौजूद हमारा सूरज भी एक तारा है, जिसके चारों ओर ग्रह चक्कर लगाते हैं. हमारे सूरज की उम्र 4.6 अरब साल है.
1990 में लॉन्च किया गया हबल टेलीस्कोप
बता दें कि NASA के हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) को 1990 में लॉन्च किया गया. इसके बाद से ही ये टेलीस्कोप ब्रह्मांड की खूबसूरत तस्वीरों को धरती पर भेज रहा है. हबल टेलिस्कोप ने पिछले 31 सालों में एक से बढ़कर एक तस्वीरों को धरती पर भेजा है. वैज्ञानिक इन तस्वीरों के जरिए ब्रह्मांड और हमारे सौरमंडल में मौजूद ग्रहों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं.
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