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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) साल 2024 में दो अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा (Moon) पर भेजने की तैयारी कर रही है. अपने आर्टिमिस III अभियान (Artemis Mission) के तहत एक पुरुष और पहली महिला यात्री चंद्रमा पर कदम रखेगी. अभी तक नासा ने इस बात का खुलासा नहीं किया था कि ये यात्री चंद्रमा पर क्या करेंगे. लेकिन अब नासा ने एक बड़ी रिपोर्ट जारी की है जिसमें विस्तार से बताया है कि इन यात्रियों के चंद्रमा पर क्या क्या वैज्ञानिक प्राथमिकताएं (Scientific Prioirities) होंगी.
क्या है सबसे बड़ा लक्ष्य
इन लक्ष्यों में से एक लक्ष्य चंद्रमा से वहां की मिट्टी और चट्टानों के 85 किलो के नमूने जमा कर पृथ्वी पर लाने का काम होगा. इनमें सतह पर और सतह के नीचे दोनों के नमूने शामिल होंगे. जबकि इससे पहले साल 1969 से 1972 तक नासा के अपोलो मिशन में केवल औसत 64 किलोग्राम के वजन के नमूने लाए गए थे.
क्या है रिपोर्ट में
नासा के साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर थॉमस जुरबुचेन ने बताया, "चंद्रमा में बहुत विशाल वैज्ञानिक संभावनाएं हैं और एस्ट्रोनॉट्स इस विज्ञान में हमारी सहायता करेंगे. इस रिपोर्ट में चंद्रमा पर किए जा सकने वाले वैज्ञानिक कार्यों की रूपरेखा है जिसे मानवीय अन्वेषणकर्ता कर सकते हैं."
कितने दिन का होगा मिशन
188 पेज की रिपोर्ट में नासा ने आर्टिमिस III अभियान के लिए सात वैज्ञानिक उद्देश्य जिसमें ग्रहों के निर्माण और विकास की प्रक्रियाओं को समझना भी शामिल है. इस अभियान में एस्ट्रोनॉट्स के पास केवल साढ़े छह दिन का ही समय होगा. यह रिपोर्ट अभियान के नियोजनकर्ताओं के लिए एक स्रोत की तरह काम करेगा जिससे वे यात्रियों की गतिविधियों की योजना बना सकेंगे.
क्या है आर्टिमिस अभियान
आर्टिमिस I अभियान साल 2021 के अंत से पहले शुरू होगा जिसमें ओरियन अंतरिक्ष यान जो कि चंद्रमा पर तीन साल बाद अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा, और उसके स्पेस लॉन्च सिस्टम की परीक्षण होगा. इसके बाद साल 2023 में यात्रियों के साथ एक और प्रक्षेपण परीक्षण आर्टिमिस II अभियान के तहत होगा, लेकिन इस अभियान में चंद्रमा पर यात्रियों को नहीं उतारा जाएगा. चंद्रमा पर यात्रियों को लेजाने का काम साल 2024 में होगा जिसमें एक महिला शामिल होगी. यह चंद्रमा पर जाने वाली पहली महिला यात्री होगा.
यह लिंक स्थापित करना होगा
विशेषज्ञों के द्वारा दी गई इस रिपोर्ट की अनुशंसाओं में एस्ट्रोनॉट्स को पृथ्वी पर मौजूद वैज्ञानिक सपोर्ट टीम के लिए एक रियल टाइम डेटा और वीडियो लिंक स्थापित करना भी शामिल है जो यात्रियों के लिए एक बैकअप की तरह काम करेगी. रिपोर्ट में यह भी सलाह दी गई है कि ऐसे हल्के वैज्ञानिक उपकरण विकसित किए जाएं जो एक से अधिक अन्वेषण, प्रयोग या मापन कर सकें.
यह भी किया जा सकता है
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नासा को आर्टिमिस III लैंडिंग साइट के आसपास विज्ञान के लिए कुछ चीजों को स्थापित करने के लिए विचार करना चाहिए जो वहां एक सम्पत्ति की तरह हों और उन्हें बाद में भी उपयोग में लाया जा सके. उन्होंने यह भी बताया कि इसमें वे औजार या उपकरण भी शामिल हो सकते हैं जो क्रू सदस्य सकें और/या उपकरण वाले लैंडर्स या रोवर वहां पहुंचने पर वहां के वातावरण की निगरानी या की और काम के लिए उपयोग कर सकें.
नासा का एक लक्ष्य इस दशक के अंत तक चंद्रमा पर एक आर्टिमिस बेस कैंप स्थापित करना है. यह बेसकैम्प भविष्य में मंगल से लौटने वाले यात्रियों के लिए ठहरने के लिए काम आएगा. इस महत्वाकांक्षी योजना में अरबों डॉलर का खर्चा है. इसके साथ ही इस योजना को हाल ही में राष्ट्रपति चुने गए जो बाइडन और कॉन्ग्रेस की मंजूरी भी चाहिए होगी.