- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- विज्ञान
- /
- NASA: आकाशगंगा में...
![NASA: आकाशगंगा में करीब 30 करोड़ ग्रहों पर मुमकिन है जीवन, अभी दूर है निर्णायक नतीजे... NASA: आकाशगंगा में करीब 30 करोड़ ग्रहों पर मुमकिन है जीवन, अभी दूर है निर्णायक नतीजे...](https://jantaserishta.com/h-upload/2020/11/12/850685-navbharat-times.webp)
जनता से रिश्ता वेबडेसक| वॉशिंगटन: अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA का Kepler Space Telescope मिशन साल 2018 में पूरा हो गया था। ईंधन खत्म होने से पहले आठ साल चले इस मिशन में हमारी आकाशगंग में 30 करोड़ ऐसे ग्रहों की पहचान की गई थी जहां जीवन हो सकता है। साल 2009 से 2018 के बीच नए exoplanet- ऐसे ग्रह जो किसी सितारे का चक्कर काटते हैं, उनकी खोज की कोशिश की गई।
'पानी की मौजूदगी संभव'
ये टेलिस्कोप ऐसे ग्रहों को तलाश रहा था जो अपने सितारे से करीब उतनी ही दूरी पर हों, जितनी पर धरती सूरज से है। पहले Astronomical Journal में छापे गए अनैलेसिस के अपडेट में यह समझने की कोशिश की गई है कि इनमें से कितने ग्रहों पर जीवन की संभावना है। रिसर्चर्स का मानना है कि सूरज जैसे कम से कम आधे सितारों के चक्कर ऐसे ग्रह काट रहे हैं जिनपर पानी की मौजूदगी संभव है।
एक और आकलन में उम्मीद की गई है कि करीब 75 ग्रहों पर जीवन के लिए उपयुक्त परिस्थितियां हो सकती हैं। यह समझने के लिए ऐसे ग्रहों को ऑब्जर्व किया गया जिनकी सितारे से दूरी के साथ-साथ तापमान और लाइट एनर्जी भी सही मात्रा में हो।
अभी दूर है निर्णायक नतीजे
स्टडी के लीड लेखक स्टीव ब्रायसन ने एक बयान जारी कर बताया है, 'Kepler ने पहले ही हमें बताया कि अरबों ग्रह मौजूद हैं लेकिन अब वह यह भी बता रहा है कि इनमें से कई पर जीवन मौजूद हो सकता है।' हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी यह संख्या निर्णायक संख्या से काफी दूर है और पानी की मौजूदगी कई अहम फैक्टर्स में से एक है। इसके बावजूद यह अपने आप में उत्साहित करने वाला है कि इनके बारे में इतनी सटीकता से पता लगाया जा सका है।